दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनियों में शुमार HCL के चेयरमैन शिव नादर (Shiv Nadar) ने अपना पद छोड़ दिया है। अब उनकी इकलौती बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा तत्काल प्रभाव से कंपनी की चेयरमैन होंगी। आपको बता दें कि एचसीएल ने शुक्रवार को जून तिमाही के नतीजे जारी किए। इसी दौरान शिव नादर ने चेयरमैन पद छोड़ने का ऐलान किया। हालांकि वे अभी कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर बने रहेंगे।

शिव नादर की इकलौती संतान हैं रोशनी: रोशनी नादर मल्होत्रा शिव नादर और किरन नादर की इकलौती संतान हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई दिल्ली में हुई है। इसके बाद वे ग्रेजुएशन करने अमेरिका चली गईं। वहां नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद सीएनबीसी न्यूज़ चैनल में बतौर इंटर्न काम किया। इसके अलावा कुछ दिन स्काई न्यूज़ के लंदन ऑफिस में भी कार्यरत रहीं। फिर पिता के कहने पर भारत वापस आ गईं।

27 साल की उम्र में बन गई थीं CEO: रोशनी नादर साल 2009 में HCL की CEO बन गई थीं, तब उनकी उम्र सिर्फ 27 साल थी। फिर धीरे-धीरे वह कंपनी और मजबूत होती चली गईं। साल भर बाद ही उन्हें एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बना दिया गया। कहा जाता है कि रोशनी अभी तक भले ही चेयरमैन नहीं थीं, लेकिन एचसीएल से जुड़ा कोई भी महत्वपूर्ण फैसला बगैर उनकी सहमति के नहीं होता था।

पति भी HCL से जुड़े रहे हैं: रोशनी ने साल 2010 में शिखर मल्होत्रा से शादी की थी। तब शिखर मल्होत्रा एचसीएल हेल्थ केयर के वाइस चेयरमैन के पद पर कार्यरत थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिखर मल्होत्रा अभी भी एचसीएल फाउंडेशन के कामकाज में रोशनी का हाथ बटाते हैं। दोनों के दो बच्चे हैं।

ताकतवर महिलाओं की सूची में भी रही हैं शुमार: आपको बता दें कि रोशनी को प्रतिष्ठित फ़ोर्ब्स मैगजीन ने साल 2017, 2018 और 2019 में लगातार दुनिया की 100 ताकतवर महिलाओं की सूची में शुमार किया है। रोशनी शास्त्रीय संगीत में भी पारंगत हैं और आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों के लिए एक संस्था भी चलाती हैं। इसका नाम ‘विद्याज्ञान लीडरशिप एकेडमी’ है। इसकी वे अध्यक्ष हैं।