Jyotiraditya Scindia Lifestyle: कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार (10 मार्च 2020) को कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है। उन्होंने, एक दिन पहले यानी 09 मार्च को सोशल मीडिया के जरिए इस्तीफे की कॉपी ट्विटर अकांउट पर शेयर की और अगले दिन पार्टी को इस्तीफा सौंप दिया। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सिंधियां, आज यानी 11 मार्च को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया शाही परिवार से हैं। ग्वालियर में इनका पुश्तैनी महल है। इसका नाम जयविलास पैलेस है। इसमें 400 कमरे हैंं। इस महल की सीलिंंग पर सोने जड़े हुए हैं। सीलिंंग से 3500 किलो के दो झूूमर लटके हुए हैं। इन्हेंं बेल्जियम के कारिगरों ने बनाया था। इन्हें जब लगाया गया था तब इंजीनियरों ने 10 हाथी छत पर चढ़ा कर यह देखा था कि छत वजन सह पाने लायक है या नहीं। करीब हफ्ते भर तक हाथियों की मदद से यह जांच चली थी। 40 एकड़ में फैले ग्वालियर के जय विलास पैलेस के 40 कमरोंं को अब म्यूजियम बना दिया गया है।
बताया जाता है कि महल के डाइनिंंग हॉल में खाना परोसने के लिए चांदी की एक छोटी ट्रेननुमा ट्रॉली रखी गई थी। सिंधिया घराने का यह महल 1874 में बनकर तैयार हुआ था। दरबार हॉल पैलेस की सबसे अहम जगह हुआ करती थी। यह हॉल 100 फीट लंबा, 50 फीट चौड़ा और 41 फीट ऊंचा है। सिंंधिया घराने की संपत्तियों में ग्वालियर का जय विलास पैलेस, दिल्ली का सिंधिया विला, ग्वालियर हाउस के अलावा और भी कई संपत्तियां शामिल हैं।
सिंधिया राजवंश के शासक जयाजीराव 8 साल की उम्र में ग्वालियर के महाराज बने थे। जब वह युवा हुए तब इंग्लैंड के शासक एडवर्ड का भारत आने का कार्यक्रम बना। जयाजी महाराज ने एडवर्ड को ग्वालियर आने का न्यौता दिया। तभी उनके स्वागत के लिए उन्होंने जयविलास पैलेस बनाने की सोची। इसका काम एक फ्रांसीसी आर्किटेक्ट मिशेल फिलोस को सौंपा गया था।
सिंंधिया राजवंश के लोग पीढ़ी-दर-पीढ़ी भारत की राजनीति में भी आए। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने पिता माधवराव सिंधिया के निधन के बाद 2002 में गुना लोकसभा जीतकर दिल्ली पहुंचे थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में:
– ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 1993 में हावर्ड यूनिवर्सिटी से इकॉनमी में डिग्री ली थी।
– पढ़ाई खत्म करने के बाद ज्योतिरादित्य ने अमेरिका में लगभग साढ़े चार साल काम किया।
– 12 दिसंबर 1994 में प्रियदर्शनी राजे से उनकी शादी हुई थी। प्रियदर्शनी बड़ौदा के गायकवाड़ घराने की राजकुमारी हैं। वह दुनिया की 50 सबसे खूबसूरत औरतोंं में शुमार की जा चुकी हैं।
– स्कूल के दिनों में ज्योतिरादित्य को शूटिंग और तीरंदाजी बहुत पसंद थी। माधवराव सिंधिया की तरह ही ज्योतिरादित्य को भी क्रिकेट का काफी शौक है।
– 10-12 साल की उम्र से ही उन्हें कार रेसिंग का शौक लगा।