प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं डाइट का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर हेल्दी फूड्स का सेवन करने और कुछ फूड्स से दूरी बनाने की सलाह देते हैं, ताकि मां और बच्चा हेल्दी रहे। कॉफी एक ऐसा पेय पदार्थ है जिसमें निकोटिन पाया जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को जिन चीजों से बचने की सलाह दी जाती है, उसमें कॉफी भी शामिल है।

मुंबई के मसिना अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ और फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. राणा चौधरी का कहना है कि कई गर्भवती महिलाएं रोजाना कॉफी का सेवन करती हैं जो उनकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। कैफीन एक उत्तेजक पदार्थ है जिसका असर यूरिन पर पड़ता है। आइए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को कैफीन से क्यों परहेज करना चाहिए।

कैफीन का बच्चे की सेहत पर कैसा असर होता है:

कैफीन का अधिक सेवन करने से बार-बार यूरिन डिस्चार्ज होता है, साथ ही हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट भी तेज हो जाता है। इसका सेवन करने से बॉडी में पानी की कमी हो जाती है जिससे डिहाईड्रेशन की बीमारी हो सकती है। कैफीन का सेवन करने से वो प्लेसेंटा को पार करके बच्चे तक पहुंचता है। प्रेग्नेंसी में बच्चे में कैफीन को मेटाबॉलाइज करने के लिए आवश्यक एंजाइम नहीं होते। डॉक्टर कहते हैं कि कैफीन पेट में बच्चे के सोने के पैटर्न और सामान्य गतिविधियों को बदल सकता है।

कैफीन सिर्फ चाय और कॉफी में ही मौजूद नहीं होता बल्कि ये सोडा और चॉकलेट में भी मौजूद होता है। हालांकि, कैफीन युक्त चाय जैसे काली, हरी, सफेद चाय को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक प्रेग्नेंसी में महिलाएं कैफीन से परहेज करें।

क्या कॉफी मिस कैरेज का कारण बन सकती है?

डॉक्टर ने अमेरिकन जर्नल ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी के एक अध्ययन का हवाला देते हुए कहा है कि रोजाना 200 मिलीग्राम या उससे अधिक कैफीन का सेवन करने वाली महिलाओं को मिसकैरेज होने का खतरा दोगुनी ज्यादा रहता है।