उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारा मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है जिससे हमारा वजन बढ़ने लगता है। कुछ लोगों का मोटापा पूरी बॉडी में बढ़ता है तो कुछ लोगों की बॉडी में कुछ खास जगहों जैसे बैली और कमर के चारों ओर फैट बढ़ता है। पेट पर फैट जमा होने से पेट बाहर आने लगता है और बॉडी का स्ट्रक्चर बेहद खराब दिखता है। बॉडी में ओवर ऑल वेट मेटाबॉलिज्म सुस्त होने से बढ़ता है जबकि बैली फैट कई कारणों से बढ़ता है। बैली फैट बढ़ने के लिए हॉर्मोनल चैंजेस, खराब लाइफस्टाइल और इंटरनल ऑर्गन के चारों ओर फैट जमा होने से भी हमारी बैली पर फैट जमा होने लगता है।

आयुर्वेदिक और युनानी एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक अगर आपके बैली और कमर पर फैट बढ़ रहा है तो आप हताश नहीं होए, क्योंकि चाहे बैली फैट या ओवर ऑल फैट कितना भी बढ़ जाए उसे भी आप कम कर सकते हैं। कुछ खास टिप्स को अपनाकर आप आसानी से बैली पर जमा फैट को कम कर सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से कुछ खास टिप्स को जानते हैं जो हमारे वजन को कम करने में असरदार साबित होते हैं।

खाना चबाकर खाएं:

बढ़ते वजन से परेशान हैं तो खाना चबा चबाकर खाएं। खाने का पाचन हमारे मुंह से ही शुरू हो जाता है। हमारे मुंह में ऐसे स्लाइवा मौजूद होते हैं जो खाने में मौजूद स्टार्च को मुंह में ही पचाना शुरु कर देते हैं। खाना अगर चबाकर खाएंगे तो उसका डायजेशन जल्दी होगा। खाना चबाकर खाएंगे तो दांतों का काम आंतों को नहीं करना पड़ेगा। खाना पेट में सड़ेगा नहीं। खाना चबाकर खाने से भूख की संतुष्टि होती है और आपका पेट कम खाने से ही जल्दी भर जाता है।

संतुलित डाइट का सेवन करें:

वेट लॉस करने के लिए अक्सर लोग खाना छोड़ देते हैं या फिर कम खाते हैं। आप जानते हैं कि वजन कम करने के लिए डाइट में साबुत आनाज,लीन प्रोटीन,हेल्दी फैट,फाइबर, फ्रूट और सब्जियों को शामिल करें तेजी से घुलेगी बॉडी की चर्बी।

इन सुपर फूड्स को करें डाइट में शामिल:

वजन कम करना चाहते हैं तो डाइट में चीया सीड्स,नींबू पानी,ग्रीन टी और सेब के सिरके का सेवन करें। ये सुपर फूड्स तेजी से वजन घटाने में बेहद असरदार साबित होते हैं। सेब का सिरका एक बेस्ट होम रेमेडीज है जो भूख को कंट्रोल करता है,फैट को बर्न करता है और मोटापा को कम करता है। सेब का सिरका पाचन को दुरुस्त करता है और वजन को कम करता है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग करें:

इंटरमिटेंट फास्टिंग ये शब्द आपको नया और मॉडर्न लगता होगा लेकिन आयुर्वेद में ये सदियों पुराना है। इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब डाइटिंग करना या भूखा रहना नहीं होता है बेसिकली ये एक इटिंग पैटर्न हैं जिसमें आप शाम होते ही खाना खा लेते हैं और फिर अगले दिन सुबह सूरज उगने के कम से कम 16 घंटे बाद खाना खाते हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग पर की गई बहुत सारी रिसर्च से पता चला है कि ये फॉस्टिंग मोटापा को कम करती है और मेटाबॉलिज्म में सुधार करती है। कई रिसर्च में ये भी साबित हुआ है कि ये फॉस्टिंग आपकी उम्र में भी इज़ाफा करती है।

मीठा का सेवन बिल्कुल कम करें:

आप जानते हैं कि चीनी में कोई पोषक तत्व नहीं होते सिर्फ कैलोरी मौजूद होती है जो आपका तेजी से वजन बढ़ाती है। आप मीठा खाने के शौकीन हैं तो आप शहद और गुड़ का सेवन करें। ड्राईड बेरीज का सेवन करें आपकी मीठा खाने की क्रेविंग कंट्रोल रहेगी।

नमक का सेवन कम करें:

नमक का अधिक सेवन भी आपका मोटापा बढ़ाता है। नमक की अधिक मात्रा को मोटापा और शरीर की सूजन का कारण माना जाता है। जब नमक से प्राप्त होने वाले सोडियम की मात्रा शरीर में अधिक हो जाती है तो इससे शरीर फूलने लगता है। आप वजन कम करना चाहते हैं तो नमक का सेवन कंट्रोल करें।