अनियमित खानपान और बिगड़ी हुई जीवनशैली के कारण लोगों को पेट संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं में से एक समस्या है पेट में कब्ज होना। यदि कब्ज की समस्या को समय पर ठीक नहीं किया जाता है तो आगे चलकर बवासीर होने के मुख्य कारण बन जाता है। बवासीर को पाइल्स या हेमरॉइड्स कहा जाता है। इस बीमारी में कई बार खून आने की समस्या भी हो जाती है।
बाबा रामदेव के मुताबिक पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जिसमें बैठना काफी मुश्किल हो जाता है। इसमें गुदा के अंदर और बाहर के साथ-साथ मलाशय के निचले हिस्से में सूजन आ जाती हैं। पाइल्स में व्यक्ति के मलाशय वाले हिस्से पर मस्से जैसी स्थिति बन जाती हैं। कई बार ये अंदर होते हैं और कई बार ये बाहर भी हो जाते हैं। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो स्वामी रामदेव से जानिए कुछ घरेलू नुस्खे; इसके जरिए 3 दिनों में लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं-
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक पाइल्स में मलद्वार या रेक्टल एरिया की रक्त वाहिनियां यानि कि ब्लड वेसेल्स बड़ी हो जाती है जिसकी वजह से जलन के साथ तेज दर्द होता है। इसके अलावा पाइल्स होने के कई कारण हो सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कई बार कब्ज, पाचन क्रिया के सही नहीं होने पर, बहुत भारी चीजें उठाने पर, गैस की समस्या होने पर, तनाव लेने पर, मोटापा होने पर और एनल सेक्स की वजह से भी ये बीमारी हो जाती है।
वहीं गर्भवती महिलाओं में प्रोजेस्टेरोन की वजह से कब्ज हो सकता है, क्योंकि यह हार्मोन आंत्र पथ यानी इनटेस्टनाइल ट्रैक्ट को धीमा कर देता है। बता दें कि कब्ज के दौरान मल काफी सख्त हो जाता है; और सख्त मल के कारण बवासीर की स्थिति और खराब हो जाती है। इसलिए डिलीवरी के दौरान बहुत ज्यादा दबाव बनाने के कारण बवासीर हो सकता है।
कपूर: आयुर्वेदिक और स्वास्थ्य मामलों के जानकारों का कहना है कि पाइल्स की समस्या में यदि कपूर को एक केले टुकड़े में डाल कर निगल लिया जाए तो यह बहुत कारगर होता है। रामदेव भी इसे बावासीर का अचूक इलाज बताते हैं।
दूध और नींबू: यह खूनी बवासीर को भी 3 दिनों के अंदर ठीक कर देता है। पाइल्स की समस्या से निजात दिलाने में काफी कारगर है। पाइल्स की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को सुबह खाली पेट एक कप ठंडे दूध में आधा नींबू निचोड़ कर पीना चाहिए।
त्रिफला पाउडर: बाबा रामदेव के मुताबिक पाइल्स की समस्या से निजात पाने के लिए 100 ग्राम त्रिफला पाउडर के साथ 100 ग्राम बकायन और 100 ग्राम नीम की निबोली मिलाकर पाउडर बना लें। इसका नियमित सेवन करने से आपको लाभ मिलेगा।