सर्दी (Winter) के मौसम में कई परेशानियां भी साथ आती हैं। इसका सबसे ज्यादा असर स्वास्थ्य (Health) पर पड़ता है। जब ज्यादा सर्दी आती है तब शरीर (Body) की पहली प्राथमिकता अपने जरूरी अंगों (Vital organ) को सबसे पहले गर्म करने की होती है। इसके लिए ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है लेकिन अगर शरीर में एनर्जी (Energy) की कमी हो तो यह काम नहीं हो पाता है। इसका नतीजा होता है कि ब्लड सर्कुलेशन गड़बड़ा जाता है जिससे हार्ट (Heart) पर अनावश्यक दबाव पड़ने लगता है और सर्दी में हार्ट अटैक (Heart Attack), स्ट्रोक (Stroke) आदि का जोखिम बढ़ने लगता है।
योग गुरु बाबा रामदेव कहते हैं कि सर्दी में बेशक हार्ट संबंधी जटिलताएं बढ़ने लगती है लेकिन योग और पौष्टिक आहार से इसके असर को पूरी तरह से कम किया जा सकता है। बाबा रामदेव के मुताबिक सर्दी में नियमित योग करना न सिर्फ हार्ट के लिए फायदेमंद है बल्कि इससे लंग्स और पेट भी सही रहता है। कापल भाति और अनुलोम विलोम हार्ट के लिए सबसे उत्तम योग है।
हरी पत्तीदार सब्जियां: आमतौर पर सर्दी में लोग तली-भूनी चीजें ज्यादा खाते हैं लेकिन आपको अपने भोजन में ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तीदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। सर्दी में पालक और केल का सबसे ज्यादा सेवन करना चाहिए। ये दोनों सब्जियां सर्दी में आसानी से उपलब्ध भी हो जाती है और इसमें पौष्टिक तत्व भी भरपूर पाए जाते हैं। ये सब्जियां विटामिन, मिनिरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स के स्रोत हैं जो दिल को हेल्दी बनाने में मदद करती हैं।
साबुत अनाज: रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट खून की वाहिकाओं में चिपचिपा पदार्थ को जमा करने का कारण है। सर्दी में अधिकांश लोग रिफाइंड का इस्तेमाल बढ़ा देते हैं। इसके असर को कम करने के लिए हर रोज साबुत अनाज का सेवन करें। साबुत अनाज को आप रात में पानी में भिगोने के लिए छोड़ दें और सुबह इसे अपनी पसंद की चीजों के साथ मिला कर खाएं, इससे हार्ट हेल्दी रहेगा।
फिश: फैटी फिश जैसे कि सेलमन, टूना, सार्डिनेस आदि मछलियां हार्ट के लिए बहुत अच्छी होती है। इसमें प्रचूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मददगार है। ओमेगा 3 फैटी एसिड ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की मात्रा को भी कम करता है।
अखरोट: अखरोट में फाइबर और कई तरह के माइक्रो न्यूट्रेंट्स होते हैं। हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक कुछ रिसर्च में पाया गाया है कि अखरोट के सेवन से हार्ट संबंधी बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है। यह बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है।