हम भारतीय मीठा खाने के बेहद शौकीन होते हैं। खासकर खाने के बाद कुछ मीठा खाना अधिकतर लोगों की आदत में शुमार होता है या कह लें कि बिना मीठे के कइयों का भोजन अधूरा ही रहता है। ऐसे में मधुमेह यानी डायबिटीज रोगियों और वेट लॉस की चाह रखने वाले लोगों के लिए अपनी इस क्रेविंग पर कंट्रोल करना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा हेल्थ एक्सपर्ट्स एक स्वास्थ व्यक्ति को भी एक सीमित मात्रा में ही मीठा खाने की सलाह देते हैं।
ऐसे में यहां हम आपके लिए एक खास चॉकलेट बार की रेसिपी लेकर आए हैं, जो बिना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाए आपकी शुगर की क्रेविंग को कम करने में मददगार हो सकती है। ये खास रेसिपी शेफ मेघना कामदार ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर की है, जिससे आप बिना चीनी और बिना मैदा के हेल्दी डेजर्ट बार बना सकते हैं। वहीं, अधिक कमाल की बात यह है कि डायबिटीज रोगी भी इस डेजर्ट को बिना झिझक खा सकते हैं, साथ ही ये आपको वेट लॉस करने में भी मददगार हो सकती है। आइए जानते हैं इसे बनाने का आसान तरीका-
तैयार कर लें ये सामग्री
- हेल्दी एंड टेस्टी चॉकलेट बार बनाने के लिए आपको कद्दू के बीज
- सूरजमुखी के बीज
- खजूर
- सूखा गोला
- वनीला एसेंस या कॉफी और
- डार्क चॉकलेट की जरूरत होगी।
इस तरह बनाएं हेल्दी चॉकलेट बार
- इसके लिए सबसे पहले कद्दू और सूरजमुखी के बीज को एक पैन में ड्राई रोस्ट कर लें।
- अब, एक मिक्सर जार में 8 से 10 बिना बीज वाले खजूर और सूखा गोला डालकर बारीक पीस लें।
- इसके बाद तैयार मिश्रण में भुने हुए कद्दू और सूरजमुखी के बीज को डालकर एक बार और बारीक पीस लें।
- तैयार मिश्रण में एक चम्मच वनीला एसेंस या कॉफी को डालकर फिर ग्राइंड कर लें।
- इतना करने पर आपका मिश्रण कुछ स्टिकी नजर आने लगेगा।
- इसे बटर पेपर पर रखकर पतला फैला लें और एक मोल्ड में सेट होने के लिए रख दें।
- इसके बाद डार्क चॉकलेट को मेल्ट कर इसे तैयार मिश्रण के ऊपर से डाल दें।
- ऊपर से थोड़े और भुने हुए कद्दू और सूरजमुखी के बीज डाल लें और इसे कुछ देर के लिए सेट होने के लिए छोड़ दें।
- करीब 30 से 45 मिनट बाद आपकी हेल्दी एंड टेस्टी डेड एंड सीड्स चॉकलेट बार एक दम तैयार हो जाएगी।
कैसे है फायदेमंद?
- बता दें कि कद्दू और सूरजमुखी के बीज हेल्दी फैट्स और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनका सेवन हार्ट से लेकर आपकी स्किन और सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाता है।
- वहीं, खजूर फाइबर का बेहतरीन स्रोत हैं। फाइबर आपके पाचन को बढ़ावा देता है, आपको लंबे समय तक पेट भरा होने का एहसास दिलाता है, जिससे आप ओवरईटिंग नहीं करते हैं। ऐसे में ये वेट लॉस करने की चाह रखने वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो जाता है। साथ ही फाइबर मधुमेह रोगियों के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है।
- इन सब से अलग डार्क चॉकलेट में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं। कई शोध के नतीजे बताते हैं कि ये एंटीऑक्सिडेंट इंसुलिन के काम को बढ़ाकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। ऐसे में शुगर की क्रेविंग होने पर मधुमेह रोगी सीमित मात्रा में डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं।