Tips for Pregnant Women: प्रेग्नेंसी के दौरान विटामिन, मिनरल, प्रोटीन और फाइबर का सही मात्रा में सेवन आवश्यक होता है। एक प्रेग्नेंट महिला को जरूरी नहीं है कि अधिक मात्रा में खाएं, बल्कि हेल्दी खाना खाएं ये ज्यादा जरूरी होता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने साथ गर्भ में पल रहे है शिशु का भी ध्यान रखना पड़ता है। इसी वजह से इस समय में महिलाओं की अपनी सेहत के प्रति जिम्मेदारी अधिक बढ़ जाती है। गर्भावस्था का समय हर महिला के लिए बेहद खास होता है। इस दौरान वो कई शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलावों से गुजरती हैं। हालांकि, कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ अन्य समस्याएं भी महिलाओं को अपनी चपेट में ले लेती है। गर्भवती लेडीज में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, एनीमिया, कमर दर्द और कब्ज़ जैसी परेशानियां देखने को मिलती हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि जब प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर सकता है, तो डायबिटीज की समस्या हो सकती है। गर्भवती महिला को संतुलित भोजन करना चाहिए ताकि बच्‍चा और मां दोनो स्‍वस्‍थ रहें। शुगर या स्टार्च युक्त भोजन करने से परहेज करें। अगर संभव हो तो डायटीशियन से फूड चार्ट बनवा लें और उसी हिसाब से खाना खाएं।

गर्भावस्था के दूसरी तिमाही में कब्ज संबंधी समस्या उत्पन्न हो सकती है। माना जाता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान यूटेरस बढ़ता है जिसके कारण महिलाओं को सूजन, कब्ज, एसिडिटी या अपच की शिकायत हो जाती है। डॉक्टर्स कहते हैं कि पेट के विभिन्न प्रकार के विकारों से छुटकारा दिलाने में और गर्भाशय की वॉल्स को मजबूत करने में भी अजवाइन मददगार है।

वहीं, प्रेग्नेंसी के दौरान शिशु के विकास के लिए महिलाओं का शरीर अधिक ब्लड उत्पादन करता है। मगर सही खानपान की कमी से शरीर में आयरन की कमी होती है जिससे महिलाएं एनीमिया का शिकार हो सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए कीवी का सेवन फायदेमंद है। ये फल आयरन की कमी को दूर करता है, इससे एनीमिया का खतरा भी कम होता है। कीवी में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो आयरन को एब्जॉर्ब करने में सक्षम है। इसके अलावा, खजूर में आयरन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो कि मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए बेहद उपयोगी है।

गर्भावस्था के दौरान वजन ज्यादा बढ़ जाता है, साथ ही शिशु के वजन के कारण भी इस दौरान कमर दर्द की शिकायत महिलाओं को होने लगती है। मधुमेह से ग्रसित गर्भवती महिला को एक्‍सरसाइज जरूर करना चाहिए, इससे बॉडी हेल्‍दी रहती है। समय पर उठकर योगा-ध्‍यान और थोड़ी देर टहलना भी प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद होगा।