Balanced Diet: आजकल सोशल मीडिया ने हर घर में अपनी पक्की जगह बना ली है। किसको क्या, कब, कैसे, कहां खाना है, पहनना है और किस तरह रहना है यह सारी चीजें लोग सोशल मीडिया पर देखकर फॉलो करने लगे हैं। कई बार सोशल मीडिया पर वायरल चीजें काम आती हैं तो कई बार ये नुकसान भी पहुंचा सकती हैं।
इस लिए कोई भी नया ट्रेंड चले तो उसकी सच्चाई को जानना बेहद जरूरी होता है। इन दिनों लोग एक खास डाइट प्लान को फॉलो करने की कोशिश करने लगे हैं। जिसमें सबसे पहले फाइबर फिर प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की सलाह दी जा रही है। वहीं सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने इसे लेकर सवाल उठाया है। एक वीडियों में उन्होंने कहा कि आखिरकार ये सब कौन बता रहा है? इसके पीछे की सच्चाई जानते हैं, आइए जानें।
रील्स की जानकारी हमेशा नहीं होती सही
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने ‘पहले फाइबर फिर प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट’ वाली बात को खारिज कर दिया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, लोग अब एक-दूसरे के घर जाकर यह नहीं कहते कि ‘तुमने जो भी बनाया है, मैं वही खाऊंगा। वे कहते हैं, प्रोटीन में क्या है? फाइबर में क्या है? वे कहते हैं, पहले फाइबर खाओ, फिर प्रोटीन, और फिर कार्बोहाइड्रेट। फिर सब ठीक है।
उन्हें यह सब कौन बता रहा है? ये पूछने पर अक्सर लोगों का जवाब होता कि जब कोई इंस्टाग्राम पर दस लाख फालोअर्स के साथ पूरे विश्वास के साथ यह कहता है, तो हमें लगता है कि यह सही है। लेकिन हमें यह समझना होगा कि ऐसा नहीं है… रील्स में दिखने वाली हर जानकारी सही नहीं होती है।
क्या पहले फाइबर, फिर प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट वाली बात भ्रामक है?
इस लोकप्रिय डाइट के बारे में जब इंडियन एक्सप्रेस की टीम ने ठाणे स्थित KIMS हॉस्पिटल्स की मुख्य आहार विशेषज्ञ डॉ. गुलनाज़ शेख से बात की तो उन्होंने दिवेकर की बात पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि पाचन क्रिया को धीमा करने और रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखने के लिए फाइबर जरूरी है।
प्रोटीन मांसपेशियों की रिकवरी में योगदान देता है। लेकिन फिर भी शरीर को इतने कठोर क्रम की जरूरत नहीं होती। शेख ने कहा, हमारा पाचन तंत्र मिश्रित भोजन को पचाने में सक्षम है। हमें दाल, चावल, सब्जी, रोटी और घी वाली भारतीय थाली को प्राथमिकत देनी चाहिए।
मधुमेह रोगियों के लिए हो सकती है फायदेमंद
शेख ने कहा, यह डाइट प्लान मधुमेह रोगियों जैसे लोगों के लिए फायेदमंद हो सकता है। पहले फाइबर और प्रोटीन, फिर कार्बोहाइड्रेट का सेवन शुगर बढ़ने की गति को धीमा कर सकता है। लेकिन एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति के लिए, यह क्रम पोषक तत्वों के सामान्य संतुलन जितना महत्वपूर्ण नहीं है।
ऐसी होनी चाहिए डाइट
एक संतुलित थाली में अनाज, दालें, सब्जियां होनी चाहिए। वहीं डाइट में स्वास्थ्यवर्धक वसा और फल जरूर होने चाहिए। शेख ने कहा कि धीरे-धीरे खाना, चबाना और भूख बढ़ाने वाले हार्मोन पर ध्यान देना जरूरी है। न कि पोषक तत्वों के सख्त क्रम से ज्यादा जरूरी है। घर पर खाना बनाना, मौसमी चीजें खाना चाहिए। पैकेज्ड फूड कम लेना चाहिए।