मोटापे से ग्रस्त लोगों के लिए जितना वजन घटाना चुनौतीपूर्ण है, उतना ही दुबले लोगों की लिए वजन बढ़ाना कठिन कार्य है। कुछ लोग लाख कोशिशों के बाद भी वजन नहीं बढ़ा पाते। दुबलेपन के कारण अक्सर वह मजाक का पात्र बन जाते हैं। कुछ लोग कुपोषित कहकर चिढ़ाते हैं, जो कुछ नए-नए नामों से पुकारते हैं। जो लोग दुबलेपन की समस्या से ग्रस्ति हैं अक्सर उनके कॉन्फिडेंस लेवल में भी कमी आ जाती है। अपने वजन को बढ़ाने के लिए लोग तमाम तरह की दवाइयां और फूड सप्लीमेंट्स भी लेने से पीछे नहीं हटते।
हालांकि ये दवाइयां ज्यादातर स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। ऐसे में आप अपने रुटीन में योग को शामिल करके शेप में आ सकते हैं। योग के जरिए ना सिर्फ वजन घटाया जा सकता है बल्कि बढ़ाया भी जा सकता है। आप इन आसन के जरिए भी खुद को फिट कर सकते हैं।
चक्रासन: इसके लिए कमर के बल लेट जाएं। फिर अपने हाथों और कंधों को पीछे की ओर जाकर धीरे-धीरे शरीर को उठाने की कोशिश करें। इस आसन में आपका शरीर चक्र के समान लगता है। जितना हो सके इसी स्थिति में रहें। थोड़ी देर बाद साधारण अवस्था में वापस आ जाएं। आप इस आसन को कई बार दोहरा सकते हैं। चक्रासन के जरिए शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बना रहता है। साथ ही हार्मोन्स भी संतुलित रहते हैं। इस आसन को करने से आपको वजन बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
पवन मुखासन: इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। फिर पैरों को मोड़ते हुए घुटनों के सिर के पास लेकर आएं। इसी के साथ सिर को भी घुटनों के पास लेकर आएं। कुछ देर इसी अवस्था में बने रहें। इस आसन को नियमित तौर पर करने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। जो महिलाएं पीरियड्स में अनियमितता की समस्या से जूझ रही हैं, उनका भी मासिक धर्म नियमित हो जाता है।
मत्स्यासन: इस आसन में शरीर मछली के समान लगता है। इसके लिए जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं। फिर धीरे-धीरे अपनी कमर को ऊपर की ओर उठाएं। ध्यान रखें कि इस दौरान आपका सिर जमीन से टिका रहे। कुछ देर तक इस आसन में बने रहने के बाद, साधारण अवस्था में वापस आ जाएं। इस आसन को नियमित तौर पर करने से छाती, पेट की मसल्स स्ट्रेच होती हैं। साथ ही आपका स्वास्थ्य भी बेहतर बनता है।