Weight Loss Tips: आमतौर पर जो लोग वजन कम करना चाहते हैं उन्हें घी खाने से रोका जाता है। पर क्या आयुर्वेद में भी घी को वजन बढ़ने के लिए जिम्मेदार माना जाता है? आइए जानते हैं कि आयुर्वेद में किन घरेलू उपायों को वजन कम करने में सहायक होता है।
मोटे लोगों की तुलना में पतले लोग ज्यादा स्वस्थ और बीमारियों से दूर रहते हैं। मोटापा कम करने और वजन को काबू में रखने के लिए लोग अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। जिम जाने से लेकर डाइटिंग तक, कई बार तो लोग पतले होने के लिए मेडिकल सप्लीमेंट्स लेने से भी नहीं चूकते।
हालांकि, वजन घटाने में आयुर्वेद की भूमिका भी अहम होती है। इसके मुताबिक नियमित आहार लेने के साथ ही कुछ प्राकृतिक जड़ी-बूटियों व उपाय से पेट की चर्बी और मोटापा घर सकता है।
क्या घी है मोटापा का कारक: घी का सेवन करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। कई हेल्थ एक्सपर्ट्स भी गाय के दूध से बना घी खाने की सलाह देते हैं। घी में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड मौजूद होते हैं जो वेट लॉस करने में मददगार हैं। इसके साथ ही, इसमें एसेंशियल अमीनो एसिड्स भी होते हैं जिसके सेवन से पेट की चर्बी कम होती है। घी में गुड फैट के साथ ही डीएचए, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होते हैं जो वजन घटाने में मददगार हैं।
किस तरह करें सेवन: नियमित रूप से हर सुबह इसको खाना वेट लॉस के लिए फायदेमंद है। आप हर सुबह 1 चम्मच घी को गर्म पानी में मिलाकर पी सकते हैं। इसके अलावा, एक बर्तन में 1 चम्मच घी और कच्ची हल्दी को उबाल कर पीयें। कच्ची हल्दी में 1 चम्मच घी डालकर उसे पीस लें और अब हर सुबह इससे ड्रिंक बनाकर पीयें।
क्या हैं दूसरे आयुर्वेदिक उपाय: आयुर्वेद में मेथी को भी बेहद फायदेमंद माना जाता है, इसमें पाए जाने वाले तत्व वजन के साथ ही बेली फैट कम करने में भी सहायक है। इसमें गैलेक्टोमेनन नामक घुलनशील फाइबर होता है जो भूख को कम करता है और लोग अधिक देर तक संतुष्ट महसूस करते हैं। मेथी को पीसकर चूर्ण बना लें और पानी में मिलाकर खाली पेट पीयें। इसके अलावा, आंवला, जीरे का पानी, दालचीनी, त्रिफला जैसी आयुर्वेदिक औषधियां भी मोटापा कम करने में सहायक है।