उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जहां भाजपा ने 255 सीटें हासिल करके जीत के तमगें गाड़ दिए हैं. वहीं कांग्रेस के प्रतापगढ़ जिले की रामपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अराधना मिश्रा ने जीत हासिल की है। आराधना मिश्रा जिन्हें राजनीति में मोना के नाम से भी जाना जाता है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल की है जिसमें से एक सीट पर कांग्रेस की आराधना मिश्रा (Aradhana Mishra) है। अराधना ने रामपुर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नागेश प्रताप सिंह उर्फ छोटे सरकार को 14,741 वोटों से हराया है। आराधना मिश्रा को कुल 83,652 वोट मिले हैं।

अराधना कांग्रेस विधायक दल की नेता भी हैं जिन्हें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के करीबियों में गिना जाता है। आराधना 2000 से उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी की सदस्य है। वो उत्तर प्रदेश चुनाव मीडिया अभियान समिति 2012 की सक्रिय सदस्य रही हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की मीडिया रणनीति की जिम्मेदारी भी अपने कांधों पर ली थी। आराधना की गांधी परिवार से करीबी जग-ज़ाहिर है। आपको बता दें कि रामपुर खास कांग्रेस का मजबूत किला है, जिसे आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है।

आराधना मि‍श्रा की फैमिली: आराधना मि‍श्रा राज्‍य सभा सांसद प्रमोद ति‍वारी की बेटी हैं। प्रमोद तिवारी भी रामपुर खास से लगातार 9 बार वि‍धायक रह चुके हैं। 2013 में तिवारी को राज्यसभा भेजा गया तो उनकी सीट उनकी बेटी आराधना मिश्र को दे दी गई। आराधा इससे पहले भी दो बार रामपुर खास सीट से विधायक रह चुकी हैं। वि‍धानसभा चुनाव में कांग्रेस विरोधी लहर होने के बावजूद आराधना ने इस बार अपनी जीत का अनोखा रि‍कॉर्ड बनाया है।

आराधना की राजनीतिक जिंदगी की सफलता: आराधना ने राजनीति में अपनी सक्रियता हमेशा से ही कायम रखी है। 2008 में उन्होंने विकलांग लोगों के उत्थान के लिए काम करना शुरू किया था जिसके लिए उन्हें स्मृति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कदम उठाने के लिए उन्हें 2010 में थाइलैंड सरकार ने अंतरराष्ट्रीय कामयाब पुरस्कार से सम्मानित किया था। आराधना गरीबों और पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए काम करती आ रही हैं। आराधना महिलाओं के उत्थान के लिए भी काम करती हैं। राजनीतिक में विपरीत परिस्थितियों में भी वो हालात को प्रभावी रूप से संभालने की कला जानती हैं।

पेगासस जासूसी कांड में रही सक्रिय भागीदारी: पेगासस जासूसी कांड में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में आराधना की सक्रिय भागीदारी रही है। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर खुद को नजरबंद करने का भी आरोप लगाया था।