वैसे तो इस चंद्र ग्रहण का कोई विशेष प्रभाव नहीं माना जा रहा है। लेकिन फिर भी ग्रहण का असर प्रेग्नेंट महिलाओं पर जल्द ही होता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को ध्यान देने की जरूरत है। कुछ विशेष करने की आवश्यकता नहीं है लेकिन सर्तकता जरूरी है। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण की छाया गर्भ में पल रहे शिशु पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्रमा की बहुत अधिक मात्रा में ऊर्जा निकलती है, जिसके निगेटिव एनर्जी का असर मनुष्य पर भी पड़ता है। आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण के दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-

– ग्रहण के दौरान जितना हो सके पानी पीने से बचना चाहिए लेकिन अगर बहुत अधिक पानी पीने की इच्छा हो तो तुलसी के पत्तो को पानी में डालकर पिएं या फिर नारियल पानी पिया जा सकता है।

– ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए। वे घर के अंदर रहकर ही आराम करें और मानसिक जप करें। ऐसा माना जाता है कि अगर प्रेग्नेंट महिलाएं ग्रहण देख लेती हैं तो उसका सीधा असर उसके होने वाले बच्चे की शारीरिक और मानसिक सेहत पर पड़ता है।

– ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी भी नुकीली चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जैसे चाकू, कैंची, सूई आदि। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से उसके शिशु के अंगों को हानि पहुंच सकती है।

– गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बना हुआ खाना नहीं खाना चाहिए। कहा जाता है कि इस समय में पड़ने वाली हानिकारक किरणें खाने को दूषित कर देती हैं। ऐसे में अगर घर पर खाना बना हो तो उसमें तुरंत तुलसी के पत्ते डाल दें।

 

–  ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिला को जरूर स्नान कर लेना चाहिए नहीं तो शिशु को त्वचा संबधी रोग हो सकता है।

अन्य सावधानियां:
– नॉन वेज का खाएं
– नाभि के पास चंदन का पेस्ट लगाएं
– किसी प्रकार का कोई तनाव ना लें
– धार्मिक किताबें पढ़ें
– ग्रहण लगने के बाद खाना ना खाएं
– चंद्रमा को ग्रहण के दौरान न देखें