डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। खराब लाइफस्टाइल और बिगड़ता खान-पान लोगों को शुगर का मरीज बना रहा है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें पैंक्रियाज इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन करना कम कर देता है जिससे ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। एक्सपर्ट के मुताबिक जब कोई इंसान सैचुरेटेड फैट और कैलोरी का ज्यादा सेवन करता है तो लीवर फैट सेल्स की संख्या में तेजी से इज़ाफा होता है।

जब लीवर वसा से भरा होता है तो ये बल्ड में मलाईदार पदार्थ जिसे फैटी एसिड के रूप में जाना जाता है उसका रिसाव करना शुरू कर देता है। इस तरह की क्रीम में मसल्स, पैंक्रियाज और दिल की धमनियों में जमने की प्रवृत्ति होती है। पैंक्रियाज में इस क्रीम के जमाव से इंसुलिन का उत्पादन कोशिकाओं के कामकाज को बाधित करता है, जिसकी वजह से बॉडी में इंसुलिन के उत्पादन में गंभीर रूप से कमी आती है। इंसुलिन कम होने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ने लगता है और आसानी से कम नहीं होता।

फोर्टिस सीडीओसी कैंटर फॉर डायबिटीज के अध्यक्ष डॉ अनूप मिश्रा के मुताबिक डायबिटीज के मरीज अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके हमेशा शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। हालांकि शुगर जैसी बीमारी को कंट्रोल करना आसान काम नहीं है जबतक आपकी पूरी कोशिश नहीं हो। एक्सपर्ट के मुताबिक कुछ लोगों का उनसे अक्सर सवाल रहता है क्या ब्लड शुगर को हमेशा के लिए कंट्रोल किया जा सकता है। डॉक्टर के मुताबिक अगर आप खान-पान पर कंट्रोल करें तो हमेशा के लिए बिना दवाई के भी शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि शुगर को कंट्रोल करने के लिए एक्सपर्ट ने कौन से सुझाव दिए हैं।

डाइट में कैलोरी का सेवन कम करें:

एक्सपर्ट के मुताबिक ज्यादा कैलोरी और फैट लीवर, पैंक्रियाज और दिल को नुकसान पहुंचाता है, इसलिए इनका सेवन सीमित करें। कैलोरी और फैट पर कंट्रोल करके आप आसानी से ब्लड शुगर को हमेशा के लिए कंट्रोल कर सकते हैं। कम वसा और कैलोरी का सेवन करने से पैंक्रियाज और लीवर की वसा और क्रीम का आधा हिस्सा 4 से 6 सप्ताह में तेजी से गायब हो सकता है। फैट पर कंट्रोल करके आप बिना दवाई के भी शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं।

शुगर कंट्रोल करने के लिए वजन का कंट्रोल करना है जरूरी:

वजन को कंट्रोल करके शुगर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि जिन डायबिटीज के मरीजों ने अपने वजन को कंट्रोल किया है उनके ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। वजन कंट्रोल करने के लिए डाइट में फैट और कैलोरी पर कंट्रोल करना जरूरी है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि जिन डायबिटीज के मरीजों ने अपनी कैलोरी पर कंट्रोल किया उनकी शुगर और वेट दोनों कंट्रोल रहे।

लाइफस्टाइल में बदलाव है जरूरी:

जिन लोगों को डायबिटीज है वो अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं। लाइफस्टाइल में बदलाव लाने के लिए समय पर सोए और समय पर जागे। बॉडी को एक्टिव रखें। बॉडी को एक्टिव रखने के लिए योगा और एक्सरसाइज करें। जिन लोगों का लाइफस्टाइल ठीक रहता है वो आसानी से ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं।