सर्दी में यूरिक एसिड के मरीजों को ज्यादा परेशानी होती है। इस मौसम में यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट पर कंट्रोल और दवाईयों का सेवन करना जरूरी है। दवाई और डाइट का कॉम्बीनेशन(Combination of medicine and diet)गाउट (gout) के इलाज का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। डाइट में प्यूरीन (purine) का अधिक सेवन करने से बॉडी में यूरिक एसिड (uric acid)का स्तर बढ़ने लगता है। अतिरिक्त यूरिक एसिड क्रिस्टल(crystal) का उत्पादन कर सकते है, जो बॉडी के (tissues and joints)में जमा होने लगते हैं जिससे गाउट के दर्दनाक लक्षण पैदा होते हैं।
सर्दी में यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द (joint pain) और सूजन(swelling)की परेशानी बढ़ने लगती है जिससे उठने-बैठने में दिक्कत होती है। यूरिक एसिड के मरीज सर्दी में हरी मटर (green peas)का सेवन अधिक करते हैं। क्या हरी मटर (green peas) का सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है? आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड के मरीज हरी मटर और दाल (Green Peas and Lentils) का सेवन कर सकते हैं?
क्या यूरिक एसिड के मरीज हरी मटर का सेवन कर सकते हैं? (Can uric acid patients consume green peas?)
मटर एक हरी, फली के आकार की सब्जी है, जिसे व्यापक रूप से एक ठंड के मौसम की सब्जी के रूप में जाना जाता है। वैसे हरी मटर को अनाज और सब्जी (grains and vegetables) दोनों ही रूप में जाना जाता है। मटर में प्यूरिन नामक प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। प्यूरीन का अधिक सेवन हाई यूरिक एसिड का कारण बनता है। यूरिक एसिड हाई (high uric acid)होने से ये जोड़ों में जमा होने लगता है। जिससे आपको जोड़ों में दर्द (joint pain)और सूजन (swelling) की शिकायत होने लगती है।
हरी मटर मध्यम प्यूरीन सामग्री वाले भोजन के अंतर्गत आती है। 100 ग्राम हरी मटर में लगभग 21 मिलीग्राम प्यूरीन होता है। यह प्रोटीन का भी एक अच्छा स्रोत है (7.2 ग्राम / 100 ग्राम)। संतुलित आहार के हिस्से के रूप में एक दिन में 50 ग्राम हरी मटर खाना सुरक्षित है। यूरिक एसिड के मरीजों को हरी मटर (Peas in Uric Acid) का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
यूरिक एडिक के मरीज क्या दाल का सेवन कर सकते हैं: (Can uric acid patients consume pulses)
दाल हमारी थाली का अहम हिस्सा है जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, घुलनशील और अघुलनशील फाइबर,थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, पैंटोथेनिक एसिड, फोलेट, पाइरिडोक्सिन, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, कैल्शियम, फॉस्फोरस, जिंक, सेलेनियम, आयरन जैसे खनिज भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो अच्छी सेहत के लिए उपयोगी हैं। अब सवाल ये उठता है कि पोषक तत्वों से भरपूर दाल का सेवन क्या यूरिक एसिड के मरीज कर सकते हैं।
दाल प्रोटीन और फाइबर का एक बेहतरीन कॉम्बिनेशन हैं, जो हाई यूरिक एसिड वाले रोगियों के लिए एकदम सही है। अक्सर हम मसूर, मूंग, तूर, उड़द, चना, हरी मटर, राजमा, छोले, आदि दैनिक आहार में शामिल करते हैं। यूरिक एसिड के मरीजों के लिए सबसे अच्छी दाल कहने के लिए कुछ खास नहीं है। 40-50 ग्राम दाल संतुलित आहार का हिस्सा हो सकती है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो हर दिन एक जैसी दाल न खाएं। कोशिश करें कि हफ्ते में कम से कम 4 तरह की दाल का सेवन करें।