Govardhan Puja 2025: हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा की जाती है। इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी कनिष्ठिका अंगुल पर गोवर्धन पर्वत को उठाकर देवताओं के राजा इंद के अभिमान को दूर किया था। तभी से गोवर्धन पूजा की जाने लगी। इस दिन गोवर्धन पूजा के साथ उनकी परिक्रमा का बहुत ज्यादा महत्व होता है।
बहुत सारे लोग गोवर्धन पूजा पर मथुरा जाते हैं। मथुरा के प्रसिद्द द्वारिकाधीश मंदिर में भगवान गोवर्धननाथ की पूजा की जाती है। यहां मंदिर के आंगन में बहुत बड़ा गोवर्धन बनाया जाता है। गिरिराज जी का श्रृंगार के बाद मंदिर के पुजारी विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। गायों की पूजा के साथ गिरिराज जी को अन्नकूट का भोग लगाया जाता है। अगर आप भी इस बार मथुरा-वृंदावन जाने का प्लान कर रहे हैं तो वहां के मंदिरों का दर्शन जरूर करें।
मथुरा-वृंदावन के इन मंदिरों के करें दर्शन
गोवर्धन पूजा पर अगर आप मथुरा जा रहे हैं तो द्वारिकाधीश मंदिर के दर्शन करें। श्री कृष्ण जन्मभूमि के दर्शन जरूर करें। वहीं अगर वृंदावन की बात करें तो आप श्री राधारमण जाएं। साथ ही श्री राधा दामोदर, राधा श्याम सुंदर ,रंगनाथ जी का मंदिर जाएं। शाम के समय प्रेम मंदिर के दर्शन करें। श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर, अक्षय पात्र, वैष्णो देवी मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं। आप परिजनों के साथ निधिवन, श्री रामबाग मंदिर, गोपीनाथ, गोकुलेश जा सकते हैं। साथ ही आप श्री कृष्ण बलराम मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं। गोवर्धन पूजा के लिए अगर आप वहां गए हैं तो आपको गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करनी चाहिए। यहां दानघाटी मंदिर के दर्शन जरूर करें।
कैसे पहुंचे यहां?
दिल्ली-नोएडा रूट्स के जरिए आप मथुरा-वृंदावन आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां से आपको बस और ट्रेन मिल जाएंगी। दिल्ली से काफी ट्रेनें हैं। साथ ही दिल्ली और नोएडा से प्राइवेट और सरकारी बसें भी चलती हैं। जो आपको सीधा मथुरा उतारेंगी। अगर आप गाड़ी से जाना चाहते हैं तो यह भी बेस्ट ऑप्शन है। मथुरा सिर्फ 28 किलोमीटर की दूरी पर है।