हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जो खराब खान-पान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से पनपती है। साइलेंट किलर के नाम से मशहूर इस बीमारी की वजह से स्ट्रॉक और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इस बीमारी से लगभग 30% भारतीय पीड़ित हैं। तनाव, किडनी की बीमारी, आलस, मौसम में बदलाव और खराब डाइट इस बीमारी को तेजी से बढ़ाते हैं।
इस बीमारी के पनपने के कई कारण हैं जैसे उम्र, जेंडर, आनुवंशिकता, मोटापा, निष्क्रिय जीवन,कैफीन, शराब, तंबाकू का बहुत अधिक सेवन और डाइट। इस बीमारी को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो इसका असर बॉडी के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है।
दुनियाभर में कई ऐसे मरीज है जो बॉडी में पनप रही क्रॉनिक बीमारियों से अनजान है। ICMR की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में असमय मौत के प्रमुख कारणों में हाइपरटेंशन भी शामिल है। हाई ब्लड प्रेशर की वजह से देशभर में 29 फीसदी लोगों की स्ट्रोक और 24 फीसदी लोगों की हार्ट अटैक से मौत होती है।
अगर हाइपरटेंशन के लक्षणों को पहचान लिया जाए तो समय रहते इस बीमारी पर काबू पाकर इसके जोखिम से बचा जा सकता है। बॉडी में इस बीमारी के कुछ खास किस्म के वॉर्निंग साइन दिखना शुरू हो जाते हैं। आइए जानते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण कौन-कौन से हैं और उसे कंट्रोल कैसे करें।
- लगातार और बार-बार सिरदर्द होना
- नाक से खून आना
- आंखों से कम या धुंधला दिखाई देना
- हार्ट रेट का बढ़ना
- सीने में दर्द होना
- कानों से झनझनाहट की आवाज सुनाई देना
- उल्टी और मतली होना
- तनाव होना
- भ्रम की स्थिति
- मांसपेशियों में कंपन्न होना बीपी हाई के हो सकते हैं संकेत।
कैसे करें हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल:
- हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो सबसे पहले वजन को कम कीजिए। वजन कम करने के लिए वॉक, एक्सरसाइज और योगा कीजिए।
- डाइट में फाइबर और पोटैशियम से भरपूर फूड का सेवन करें।
- कम वसा वाले फूड को डाइट में शामिल करें। तली भूनी मसालेदार चीजों से परहेज करें।
- डाइट में फलों और सब्जियों का सेवन करें।
- डब्ल्यूएचओ की सलाह के मुताबिक दिन भर में 5 ग्राम नमक का सेवन करें। इससे ज्यादा नमक आपकी बॉडी में बीमारियों का खतरा पैदा करेगा।
- पानी का अधिक सेवन करें। लिक्विड चीजों का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।
- स्मॉकिंग, तंबाकू और शराब से तौबा करें।
- योग, ध्यान और व्यायाम करें ताकि तनाव दूर रहे।
- नियमित अंतराल पर अपने ब्लड प्रेशर की जांच करते रहें।