टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने वनडे वर्ल्ड कप में भारत की हार के कारणों को लेकर बड़ा बयान दिया है। साथ ही अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप में चैंपियन बनने का मंत्र भी दिया है। वनडे वर्ल्ड कप इस साल इंग्लैंड में हुआ था। युवराज ने भारत की हार के लिए टीम मैनेजमेंट की खराब प्लानिंग को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मंगलवार रात एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहा, ‘इस 50 ओवरों के टूर्नामेंट के लिए टीम मैनेजमेंट की योजना पूरी तरह से गलत थी। खिताब का प्रबल दावेदार भारत विश्व कप में नंबर चार पर स्थापित बल्लेबाज के बिना उतरा था। इससे टीम प्रभावित हुई और विराट कोहली की टीम को सेमीफाइनल से बाहर होना पड़ा।’
युवराज के मुताबिक, टीम प्रबंधन का 2019 के वर्ल्ड कप के लिए नंबर-4 को लेकर मेरी ओर बिल्कुल ध्यान नहीं था। अंबाती रायडू के साथ जो हुआ उसे लेकर भी मुझे बहुत अफसोस है। मेरे बाद वे नंबर-4 पर सबसे फिट खिलाड़ी थे। वे एक साल तक टीम में रहे। इसी साल फरवरी में रायडू ने न्यूजीलैंड में 90 रनों की पारी खेली थी। वे मैन ऑफ द मैच भी रहे थे। इसके बावजूद वर्ल्ड कप के लिए उन्हें ड्रॉप कर दिया गया। 5-5 वनडे खेलने वाले विजय शंकर और ऋषभ पंत जैसे कम अनुभवी खिलाड़ियों को मौका दिया गया।
टीम प्रबंधन को आड़े हाथ लेते हुए युवराज ने कहा, ‘मेरी नाराजगी उन चीजों से है जो थिंक टैंक ने की। दिनेश कार्तिक अचानक सेमीफाइनल खेलते हैं। उन्हें पहले से मालूम नहीं रहता कि उन्हें किस नंबर पर बल्लेबाजी करनी है। महेंद्र सिंह धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी नंबर-7 पर बल्लेबाजी करने उतरते हैं। इसका मतलब है कि किसी को कुछ पता ही नहीं था कि सेमीफाइनल में किसे कहां उतरना है।’
युवराज ने कहा, ‘सेमीफाइनल जैसे इतने बड़े मैच में आप ऐसा नहीं कर सकते। उस वक्त नंबर-4 के बल्लेबाज ऋषभ पंत का हाइएस्ट स्कोर 48 रन था। तब समझा गया था कि रोहित और विराट बढ़िया फॉर्म में हैं। वे आसानी से मैच निकाल लेंगे। आप वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की पिछली टीमों (2003, 2007, 2011, 2015 वर्ल्ड कप) को देखिए। उनके पास पहले से ही एक स्थापित बल्लेबाज रहा। उनका मिडिल ऑर्डर (मध्यक्रम) पहले से ही तय था।’
