टीम इंडिया के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के टिकटॉक वीडियो पर जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करना युवराज सिंह पर भारी पड़ता दिख रहा है। मामले में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है। हालांकि, अभी युवराज सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। हिसार के हांसी में दलित अधिकार कार्यकर्ता और एडवोकेट रजत कलसन ने युवराज के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने मामले में रोहित शर्मा को भी आरोपी बनाया है। कलसन ने शिकायत में दावा किया है कि जब युवराज ने जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया तो उस दौरान वह भी हंस रहे थे।

दरअसल, लॉकडाउन के दौरान युवराज सिंह ने कई खिलाड़ियों के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट की। उन्होंने कुछ दिन पहले टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा के साथ भी बात की। इस दौरान दोनों के बीच युजवेंद्र चहल को लेकर बात हो रही थी, तभी युवराज ने कथित दौर पर जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में युवराज जातिवादी टिप्पणी करते हुए सुनाई दे रहे थे। उन्होंने कहा था, ये (जातिसूचक शब्द) लोगों को कोई काम नहीं है क्या युजी को.. युजी को देखा कैसा वीडियो डाला है।

कलसन ने अपनी शिकायत में युवराज की गिरफ्तारी की मांग की है। इस मामले में कुछ दिन पहले टि्वटर पर दो दिनों तक #युवराज_सिंह_माफी_मांगो ट्रेंड कर रहा था। हांसी के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें इस मामले में 2 मई को शिकायत मिली थी। उन्होंने कहा, हम इस मामले की जांच कर रहे हैं, लेकिन अभी कुछ फैसला नहीं लिया गया है। इस मामले में अभी एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई है।

वहीं, कलसन ने बताया कि डीएसपी स्तर के अधिकारी ने बुधवार को धारा 161 के तहत उनका बयान दर्ज किया है। उन्होंने कहा, मैंने अपनी शिकायत के समर्थन में विवादास्पद टिप्पणी वाली एक डीवीडी भी पेश की है। जांचकर्ताओं ने बुधवार को उस डीवीडी को देखा था।

बता दें कि इंस्टाग्राम लाइव सेशन के दौरान रोहित और युवराज ने क्रिकेट, कोरोना वायरस, निजी जिंदगी और भारतीय क्रिकेटरों को लेकर बहुत सारी बातें शेयर की थीं। इनके लाइव इंस्टाग्राम चैट के दौरान टीम इंडिया के युजवेंद्र सिंह कमेंट कर रहे थे। इस पर युवराज सिंह ने उनका मजाक बनाते हुए जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर दिया था।