भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई 5 मैचों की टेस्ट सीरीज बेहद यादगार रही और इस सीरीज के दौरान कई भारतीय खिलाड़ियों ने ऐसा प्रदर्शन किया जिसे हमेशा याद रखा जाएगा। इस टेस्ट सीरीज के दौरान कई ऐसे पल रहे जिसे हम सबसे बेस्ट मोमेंट कह सकते हैं जिसमें एक था ऋषभ पंत का टूटे पांव बैटिंग के लिए मैदान पर आना और अपना अर्धशतक पूरा करना, लेकिन पूर्व भारतीय बल्लेबाज युवराज सिंह ने इसे सबसे बेस्ट मोमेंट नहीं माना।
युवराज ने बताया भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का सबसे यादगार पल
युवराज सिंह ने बताया कि भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के दौरान सबसे यादगार पल वो था जब भारत ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए चौथे टेस्ट मैच को ड्रॉ करवा दिया साथ ही ये टेस्ट सीरीज भी ड्रॉ करवाया। उन्होंने चौथे टेस्ट मैच को ड्रॉ कराने के लिए रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के प्रयासों की जमकर सराहना भी की। चौथे टेस्ट मैच से पहले भारत 1-2 से पीछे चल रहा था, लेकिन जडेजा और सुंदर ने नाबाद शतकीय पारी खेलकर इस मैच को बचा लिया और ड्रॉ पर खत्म करवा दिया।
युवराज सिंह ने आईसीसी डिजिटल से बात करते हुए कहा कि भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का सबसे बेस्ट मोमेंट वो था जब जडेजा और सुंदर ने शतक लगाते हुए चौथा टेस्ट ड्रॉ करवा दिया। मैंने बहुत लंबे समय से वाशिंगटन और जडेजा को शतक बनाते और टेस्ट मैच ड्रॉ कराते नहीं देखा था। युवी ने कहा कि ये बातें काफी कुछ कहती हैं। रविंद्र जडेजा लंबे समय से टीम में हैं, लेकिन मुझे लगता है कि सुंदर एक युवा खिलाड़ी के रूप में टीम में आने के बाद जिस तरह से खेले और जिस तरह का काम किया वो अविश्वसनीय था।
युवी ने आगे कहा कि जब आपके पास एक युवा टीम है तो इंग्लैंड जाने पर दबाव होता है। युवराज ने गिल की बल्लेबाजी और बेहतरीन कप्तानी की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि गिल के टेस्ट में विदेशी धरती पर रिकॉर्ड को लेकर काफी सवाल खड़े हो रहे थे, लेकिन वो कप्तान बने और फिर चार टेस्ट शतक लगाया वो कमाल का था। ये जाहिर करता है कि जब आपको जिम्मेदारी की जाती है तो आप उसे किस तरह से लेते हैं। मुझे उन पर गर्व है और मुझे निश्चित रूप से लगता है कि यह हमारी जीत है, हालांकि यह एक ड्रॉ सीरीज है क्योंकि यह एक युवा टीम है साथ ही इंग्लैंड में जाकर अच्छा खेलना और खुद को साबित करना आसान नहीं है।