India vs Zimbabwe: भारतीय टीम इस समय जिम्बाब्वे में है। वहां उसने 3 मैच की वनडे सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त हासिल कर ली है। भारतीय टीम 6 साल बाद जिम्बाब्वे खेलने गई है। हालांकि, 1990 से 2000 के बीच ऐसा नहीं था। उस दौरान दोनों टीमों के बीच काफी मुकाबले खेले गए। 1990 के दशक में, भारत और जिम्बाब्वे के बीच सबसे यादगार मुकाबलों में से एक कोका कोला चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट था। वह एक त्रिकोणीय सीरीज थी, जिसमें श्रीलंका भी एक टीम थी। भारत और जिम्बाब्वे के बीच 20 अगस्त 2022 को हरारे में खेले मैच के दौरान अजय जडेजा ने कोका कोला चैंपियंस ट्रॉफी में सचिन तेंदुलकर से जुड़ा किस्सा सुनाया। यह टूर्नामेंट 1998 में शारजाह में खेला गया था।
उस समय, जिम्बाब्वे में फ्लावर बंधु (एंडी और ग्रांट), हीथ स्ट्रीक, कप्तान एलिस्टेयर कैंपबेल और पोम्मी मबांगवा जैसे स्टार खिलाड़ी थे। हालांकि, उस टूर्नामेंट में एक और युवा तेज गेंदबाज हेनरी ओलंगा का उदय हुआ था। हेनरी ओलंगा भारत के स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के खिलाफ अपनी गेंदबाजी को लेकर भी चर्चित रहे। स्टार स्पोर्ट्स पर कॉमेंट्री के दौरान अजय जडेजा ने हेनरी ओलंगा की गेंदबाजी को याद किया। उन्होंने बताया कि ओलंगा ने तब एक ही मैच में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली के विकेट झटक लिए थे।
अजय जडेजा ने कहा, ‘जिम्बाब्वे टीम उस समय शायद फाइनल में पहुंची थी। श्रीलंका ने 1996 में वर्ल्ड कप जीता था, लेकिन तब भारत और जिम्बाब्वे ने उस त्रिकोणीय टूर्नामेंट का फाइनल खेला था। टूर्नामेंट के एक मैच में हेनरी ओलंगा ने भारत का स्कोर 30 रन पर 3 विकेट कर दिया था। सचिन तेंदुलकर जब उस मैच में आउट हुए तो उस दिन, रात और अगले दिन मतलब जब तक हमारा अगला मैच नहीं आया तब तक एक ही चीज उनके दिमाग में चल रही थी। उनको नींद नहीं आई थी।’
अजय जडेजा ने कहा, ‘उस दिन मैंने उनको बिल्कुल अगल देखा। वह आउट होने के बाद पूरी शाम, अगले दिन प्रैक्टिस और इंतजार करा कि ये हेनरी ओलंगा ने जो मेरे साथ किया है, यह बड़ा गलत हो गया है और फिर जो उन्होंने जवाब दिया, फिर ओलंगा साहब ढूंढ रहे थे कि बॉल कहां-कहां से उठा-उठाकर मैं लाऊं। मेरे लिए यह सचिन तेंदुलकर की बहुत खास इनिंग थी। उस समय जिम्बाब्वे ऐसी टीम नहीं हुआ करती थी, जो अब हम देख रहे हैं। पहले अच्छी टीम थी।’
अजय जडेजा ने बताया, ‘सचिन जिस अंदाज में आउट हुए थे, वह उन्हें चुभ गया था। वह बात उनको ऐसी चुभी कि उसके बाद उनको जो गुस्सा आया, उसके बाद उन्होंने जो फेंटी लगाई। वह रूम से बाहर वैसे भी नहीं निकल पाते थे… लेकिन उस रूम में तड़प जो उस रात को मैंने देखी है… वह उनके ईगो को हर्ट कर गई थी। लेकिन उन्होंने ज्यादा देर नहीं लगाई। एक ही दिन और था। अगले मैच में जो फेंटी लगाई है। आए है है है। पॉइंट के ऊपर से छक्का लगाना हो या फिर बाहर की गेंद को भी बाउंड्री के पार भेजना हो। वह सब कर रहे थे।’ नीचे वीडियो में आप भी सचिन तेंदुलकर की उस पारी को देख सकते हैं।
जिम्बाब्वे के तेज गेंदबाज हेनरी ओलंगा की बात करें तो उनका अंतरराष्ट्रीय करियर करीब 8 साल लंबा रहा। इस दौरान उन्होंने 30 टेस्ट और 50 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। इसमें उन्होंने 68 टेस्ट और 58 वनडे विकेट लिए। उन्होंने जनवरी 1995 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच से टेस्ट और अक्टूबर 1995 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच से वनडे में डेब्यू किया था।