भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को उनकी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि पंत की तुलना अकसर पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से की जाती है। हालांकि आंकड़े यह बताते हैं कि पंत नहीं बल्कि भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल सहवाग के रिकॉर्ड्स के करीब नजर आते हैं। कानपुर टेस्ट में जायसवाल का बल्ला जमकर बोला। उनके अलावा कोहली ने भी इस मैच में बड़ा मुकाम हासिल किया।
जायसवाल ने बनाया शानदार रिकॉर्ड
जायसवाल ने कानपुर टेस्ट की पहली पारी में 72 रन की पारी खेली। 51 गेंदों में जायसवाल ने दो छक्के और 12 चौके लगाए। इसके बाद वह हसन महमूद की गेंद पर बोल्ड हुए। दूसरी पारी में भी जायसवाल ने अर्धशतक जमाया। उन्होंने 45 गेंदों में 51 रन बनाए। उनकी इस पारी में 8 चौके और एक छक्का शामिल था। दोनों ही पारियों में 100 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की।
जायसवाल भारत के दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की दोनों पारियों में 100 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 50 से ज्यादा रन बनाए हैं। इससे पहले वीरेंद्र सहवाग ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ यह कारनामा किया था। जायसवाल अब उन्हीं के नक्शेकदम पर चल रहे हैं।
विराट कोहली ने जमाए 1000 चौके
इस मुकाबले में विराट कोहली के बल्ले से कुल मिलाकर 76 रन निकले हैं। उन्होंने पहली पारी में 47 और दूसरी पारी में 29 रन बनाए। इस मैच में उन्होंने 8 चौके लगाए। इसके साथ ही कोहली टेस्ट क्रिकेट में 1000 चौके लगाने वाले क्लब में शामिल हो गए। कोहली के अलावा भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर , राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण और सुनील गावस्कर ने यह कारनामा किया। सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 2058 चौके लगाए हैं। राहुल द्रविड़ के नाम 1654, सहवाग के नाम 1233, लक्ष्मई के नाम 1135 और सुनील गावस्कर के नाम 1016 चौके हैं।