वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से खेला जाएगा, लेकिन इससे पहले टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने वहां की कंडीशन साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम के बारे में काफी बातें की। कोहली ने कहा कि इंग्लैंड में सीम और स्विंग की स्थिति में उस गेंद को चुनना सबसे कठिन होता है जिसे आपको हिट करने की आवश्यकता होती है। यहां पर ठोस तकनीक के साथ खेलना सबसे अहम है साथ ही संतुलन अहम है कि आपको कौन की गेंद छोड़नी है और किसका बचाव करना है साथ ही किस गेंद को हिट करना है।
विराट कोहली ने स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया के हराने के लिए मुझे अपने खेल को ऊपर उठाना है और उसे और आगे बढ़ाना है क्योंकि वो बहुत प्रतिस्पर्धी हैं और उनका स्किल बहुत ही ऊंचा है। इसे देखकर मेरी प्रेरणा और भी बढ़ जाती है कि मुझे उनके खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा और अपने खेल को अलग स्तर पर आगे बढ़ाना होगा। कोहली ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की टीम बहुत ही प्रतिस्पर्धी साइड है और अगर आप उन्हें एक छोटा सा भी मौका दे देते हैं तो वो बहुत ही आपके लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। यही वजह से है कि मेरी प्रेरणा और बढ़ जाती है और मैं उनके खिलाफ अपने खेल को अगले स्तर तक ले गया था।
किंग कोहली ने भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच की प्रतिद्वंदिता के बारे में बात करते हुए कहा कि शुरुआत में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रतिद्वंद्विता देखी गई थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में दो टेस्ट सीरीज जीतने के बाद प्रतिद्वंद्विता सम्मान में बदल गई है। अब जब आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हैं, तो सम्मान दिखाई देता है। वो अब हमें इस नजर से देखते हैं कि हमने उन्हें टेस्ट सीरीज में बैक टू बैक हराया था। उन्होंने कहा कि हमें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अब सिर्फ एक मैच खेलना है और जो भी टीम पिच और कंडीशन के मुताबिक खुद को ढ़ालने में ज्यादा सक्षम हो पाएगी उसे मैच में जीत मिलेगी। यहां के कंडीशन में खुद को ढाल लेना ही जीत की असली कुंजी है।
कोहली ने कहा कि मुझे लगता है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में द ओवल की स्थितियां चुनौतीपूर्ण होंगी। हमें सपाट विकेट नहीं मिलेगा और बल्लेबाजों को सतर्क रहने की जरूरत है। हमें अधिक ध्यान देने और स्थिति और परिस्थितियों को अनुकूल बनाने की जरूरत है साथ ही आपको अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा और पूरी तरह से अनुशासन में रहते हुए खेलना होगा।