वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल मुकाबले की पहली पारी में केएस भरत के पास शानदार मौका था कि वो विकेट पर रुकते और अजिंक्य रहाणे का साथ निभाते हुए भारत को परेशानी से बाहर निकालते, लेकिन उन्हें पवेलियन वापस लौटने की शायद बहुत जल्दी थी। खेल के तीसरे दिन मैदान पर आते ही भरत कंगारू गेंदबाजों के सामने परेशान दिखे और आखिरकार अपना विकेट सिर्फ 5 रन के स्कोर पर गंवाकर टीम इंडिया के लिए और परेशानी खड़ी कर गए।
इस फाइनल मुकाबले से पहले चर्चा की जा रही थी के केएस भरत या फिर इशान किशन में से किसे प्लेइंग इलेवन में मौका दिया जाए। कुछ पूर्व दिग्गजों का मानना था कि केएस भरत के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट खेलने का अनुभव है और उन्हें मौका देना चाहिए तो कुछ ने कहा था कि इशान किशन को शामिल करने से टीम को फायदा होगा क्योंकि उनकी बल्लेबाजी काफी हद तक ऋषभ पंत के जैसी है, लेकिन आखिरी फैसला तो कप्तान रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ को ही करना था। आखिरकार भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में केएस भरत को शामिल किया गया।
केएस भरत को भारतीय टेस्ट टीम में ऋषभ पंत की जगह शामिल किया गया था क्योंकि वो अच्छी विकेटकीपिंग करते हैं साथ ही उनका पिछला घरेलू सीजन भी अच्छा बीता था, लेकिन जब उन्हें भारत के खिलाफ चार मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज में कंगारू टीम के खिलाफ मौका दिया गया तो उनकी बल्लेबाजी ज्यादा अच्छी नहीं रही थी और उनकी बल्लेबाजी पर ही सवाल उठ रहे थे। केएस भरत को पहली पारी में जल्दी बल्लेबाजी करने का मौका टेस्ट चैंपियनशिप की फाइनल में ही मिल गया और उम्मीद की जा रही थी को रहाणे का साथ निभाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और वो 15 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 5 रन के स्कोर पर स्कॉट बोलैंड की गेंद पर बोल्ड आउट हो गए।
अब कोई खिलाड़ी इतने बड़े मौके पर ही रन नहीं बनाए तो उसकी बल्लेबाजी पर सवाल तो उठते ही हैं खास तौर पर तब जब टीम संकट में हो और उस खिलाड़ी से उम्मीद बड़ी हो। वैसे केएस भरत ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले 4 टेस्ट मैचों की 6 पारियों में 8, 6, 23*, 17, 3, 44 रन की पारी खेली थी। उनका ये प्रदर्शन कंगारू टीम के खिलाफ भारतीय धरती पर रहा था, लेकिन इस बार भी उन्होंने इस टीम के खिलाफ एक अहम मुकाबले में निराश किया।