भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा कुश्ती के संचालन के लिए नियुक्त तदर्थ समिति ने एशियाई खेलों के लिए बहुप्रतीक्षित कुश्ती ट्रायल 22 और 23 जुलाई को कराने का बुधवार को फैसला किया। तदर्थ समिति हालांकि अभी यह निर्णय नहीं ले पाई है कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (Wrestling Federation Of India) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले 6 पहलवानों में से किसी को ट्रायल में छूट दी जाए या नहीं।
ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप पदक विजेताओं को मिल सकती है ट्रायल्स से छूट
इस बीच, तदर्थ समिति के करीबी सूत्रों ने दावा किया कि समिति मौजूदा ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप पदक विजेताओं को ट्रायल से छूट दे सकती है। सूत्र ने कहा, ‘अगर कुछ पहलवानों को छूट दी जाती है तो आश्चर्यचकित न हों। समिति ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता को छूट देने के बारे में सोच रही है। अगर इस फैसले पर मुहर लगती है, तो बजरंग पूनिया (65 किग्रा) और रवि दहिया (57 किग्रा) को ओलंपिक पदक विजेता होने के कारण सीधे प्रवेश मिलेगा। विनेश फोगाट (53 किग्रा) वर्तमान में विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता हैं।’
उभरते हुए पहलवानों को मिलेगी निराशा
इस फैसले से हालांकि उभरते हुए पहलवानों को निराशा हाथ लगेगी। सुजीत 65 किग्रा वर्ग में मौजूदा अंडर-23 एशियाई चैंपियन हैं। अमन सहरावत ने रवि दहिया की अनुपस्थिति में 57 किग्रा भार वर्ग में खुद को साबित किया है। रवि चोट के कारण हाल ही में प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाए थे। देश की पहली अंडर-20 विश्व चैंपियन अंतिम पंघाल भी 53 किग्रा वर्ग में भविष्य की अच्छी संभावना हैं। इस वर्ग में विनेश टोक्टो ओलंपिक से पहले लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रही हैं।
आईओए ने ओसीए से की थी समय सीमा बढ़ाने की मांग
आईओए ने ओसीए (एशियाई ओलंपिक परिषद) से इस तिथि को 22 जुलाई से आगे बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन उसकी यह मांग खारिज कर दी गई। इसके बाद तदर्थ समिति ने नई दिल्ली में बैठक की और फैसला किया कि पुरुषों के ग्रीको रोमन और महिलाओं के ट्रायल 22 जुलाई को होंगे, जबकि फ्रीस्टाइल टीम का चयन अगले दिन होगा। तदर्थ समिति ओलंपिक के 18 भार वर्गों के लिए ट्रायल कराएगी। इसमें तीनों प्रारूपों में 6-6 (पुरुषों के लिए फ्रीस्टाइल और ग्रीको रोमन और महिलाओं के लिए फ्रीस्टाइल) स्थानों के लिए ट्रायल होंगे।
नई दिल्ली में इंदिरा गांधी स्टेडियम में होंगे ट्रायल्स
तदर्थ समिति के प्रमुख भूपिंदर सिंह बाजवा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘हमने 22 और 23 जुलाई को इंदिरा गांधी स्टेडियम के केदार जाधव हॉल में ट्रायल आयोजित करने का फैसला किया है। पहले हम ग्रीको रोमन और महिला पहलवानों को आमंत्रित करेंगे और फिर पुरुष फ्रीस्टाइल पहलवानों को आमंत्रित करेंगे।’
हम चाहते हैं कि अंडर-20 पहलवान भी चुनौती पेश करें: भूपिंदर सिंह बाजवा
भूपिंदर सिंह बाजवा, ‘हम चाहते हैं कि एशियाई खेलों के ट्रायल में हमारे अंडर-20 पहलवान भी चुनौती पेश करें। वे 21 जुलाई को भारत लौटेंगे। हम उन्हें भी दावा पेश करने का मौका देना चाहते है।’ भारत की अंडर-15 और अंडर-20 टीमें एशियाई चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए जॉर्डन की राजधानी अम्मान में हैं।’
भूपिंदर सिंह बाजवा ने कहा, ‘मैं आप सभी के साथ मानदंड से जुड़ी जानकारी कल (13 जुलाई 2023) साझा करूंगा। हमने अब तक इस पर कोई फैसला नहीं किया है।’ प्रदर्शन में शामिल रहे 6 पहलवानों (विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट, सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा) ने आईओए (IOA) से अनुरोध किया था कि उन्हें ट्रायल की तैयारी के लिए 10 अगस्त तक का समय दिया जाए।
विनेश फोगाट बुडापेस्ट में तो अमेरिका में हैं साक्षी मलिक
सभी 6 पहलवानों ने कहा था कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ उनके महीनों तक चले विरोध के कारण वे शारीरिक और मानसिक रूप से अच्छी स्थिति में नहीं हैं। विनेश फोगाट सत्र की आखिरी यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए बुडापेस्ट में हैं। बजरंग पूनिया, जितेंद्र किन्हा और संगीता फोगाट प्रशिक्षण के लिए बिश्केक में हैं। साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान ट्रेनिंग के लिए अमेरिका में हैं।
तदर्थ समिति ने पहले प्रस्ताव दिया था कि ट्रायल दो चरणों में कराए जाएंगे, जहां 6 पहलवानों को एशियाई खेलों के लिए अपना स्थान पक्का करने के लिए प्रारंभिक ट्रायल के विजेताओं के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए कहा जाएगा। तदर्थ समिति के इस फैसले की बहुत आलोचना हुई थी। कई लोगों ने इसे ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘अनुचित’ करार दिया था।
खेल मंत्री और आईओए अध्यक्ष से सलाह लेना चाहती है तदर्थ समिति
तदर्थ समिति के एक अन्य सदस्य कोच ज्ञान सिंह ने कहा, ‘कल समिति के सदस्य खेल मंत्री और आईओए अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे। हम उनकी सलाह लेना चाहते हैं। इस बात पर भी विचार किया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी 6 पहलवानों के नाम रिजर्व के तौर पर भी भेजे जा सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हर श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ तीन-चार पहलवानों को अगस्त में राउंड-रॉबिन प्रारूप में एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए कहा जा सकता है और सर्वश्रेष्ठ पहलवान को एशियाई खेलों के लिए चुना जा सकता है, लेकिन अब तक कुछ भी तय नहीं हुआ है।’