भाजपा सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर जब से यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने नहीं पड़े हैं। बृजभूषण शरण सिंह ने द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में खुद यह बात कबूल की।
बृजभूषण शरण सिंह से सवाल पूछा गया था, ‘आप पर पिछले 2 साल में बहुत से आरोप लगे, जो केस चल रहा है, जो भी हुआ तो इस दौरान आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आपकी कैसी मुलाकात, कैसी बातचीत बीते 1-2 साल में रही?’
इसके जवाब में कैसरगंज से सांसद बृजभूषण सिंह ने कहा, ‘सबसे अच्छा है। केवल इस दौरान मैं मोदी जी से नहीं मिल पाया। मैं मिला ही नहीं। हम कोशिश नहीं किए। जैसी पार्टी की मीटिंग होती है… और जैसे निकलते हैं… तो मैं हट जाता हूं। हम मिले नहीं…। हम देखे कि सामना हो जाएगा तो हम हट गए।’
मैं किस मुंह से जाऊं कि देख लो…: बृजभूषण शरण सिंह
अपनी बात जारी रखते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा, ‘ईमानदारी की बात यह है। हम हट गए हमारी इच्छा। हम हट गए या फिर कह लीजिए कि मुझे लगा कि मेरे कारण इतना लंबा विवाद चल रहा है तो मैं किस मुंह से जाऊं कि देख लो मुझे मैं बृजभूषण सिंह हूं। भले ही विवाद गलत है।’
भाजपा सांसद ने कहा, ‘सब लोग जानते हैं कि विवाद गलत है। सरकार के पास आईबी है। सरकार के पास RAW है। सरकार के पास इंटेलीजेंस है। सब जांच हो चुकी है, लेकिन फिर मैं यह मानकर चलता हूं कि जब तक मैं निर्दोष साबित न हो जाऊं तब तक मोदी जी का सामना ना करूं।’
हालांकि, बृजभूषण सिंह ने बताया कि उनकी मुलाकात गृह मंत्री, खेल मंत्री और मुख्यमंत्री होती रहती है। उन्होंने कहा, ‘अमित शाह जी से होती है, अनुराग जी से होती है। मुख्यमंत्री से होती है। सबसे होती है। कोई दिक्कत नहीं।’
न ऑडियो, न वीडियो, न गवाही, न तारीख, न दिन; यह कोई केस नहीं है: बृजभूषण
क्या मुकदमे (यौन उत्पीड़न) को लेकर बातचीत हुई के सवाल पर बृजभूषण सिंह ने कहा, ‘ये… आपको दिखाई पड़ रहा है कि बहुत बड़ा तूफान आ रहा है। ऐसा केस हमने बहुत देखा हुआ है। हां बहुत देखा हुआ है। यह कोई केस है। न ऑडियो, न वीडियो, न गवाही, न तारीख, न दिन, सन (साल) भी याद नहीं है। स्थान भी बदला गया है। पहले बताए मंगोलिया में हुआ। फिर पता चला कि मंगोलिया में टूर्नामेंट ही नहीं हुआ था। यह केस नहीं है। इसको मैं केस-वेस नहीं मानता।’