Wrestlers Protests: साल 1983 के क्रिकेट विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने गुरुवार 27 को पहलवानों के धरने को लेकर इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी शेयर की। कपिल देव ने इंस्टाग्राम स्टोरी में विनेश फोगट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया की तस्वीर के साथ कैप्शन दिया, ‘क्या इन्हें कभी न्याय मिलेगा?’

देश के शीर्ष पहलवान रविवार से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं। वे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाले निगरानी समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं।

शीर्ष पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने के आरोप लगाए थे। इसके बाद खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई के मामलों को चलाने और मामले की जांच के लिए ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया था।

इससे पहले भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने मीडिया से कहा कि पहलवानों का सड़कों पर प्रदर्शन करना अनुशासनहीनता है और इससे देश की छवि खराब हो रही है। पीटी उषा ने कहा, ‘पहलवानों का सड़कों पर विरोध करना अनुशासनहीनता के बराबर है। यह भारत की छवि खराब कर रहा है।’

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क्रिकेट विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव की इंस्टाग्राम स्टोरी

खेल और खिलाड़ियों की प्राथमिकता से समझौता नहीं करेंगे: अनुराग ठाकुर

वहीं, केंद्रीय युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार के लिए खेल और खिलाड़ी हमेशा प्राथमिकता रहें हैं। उन्होंने ना कभी खिलाड़ियों की सुविधाओं के साथ समझौता किया है और ना कभी करेंगे। अनुराग ठाकुर ने कहा कि उन्हें निगरानी समिति के गठन से पहले विरोध कर रहे पहलवानों से बात की थी। उनकी मांग के अनुसार बबीता फोगाट को समिति में जगह भी दी गई थी।

झूठ बोल रहे हैं खेल मंत्री: बजरंग पूनिया

हालांकि, बजरंग पूनिया ने बाद में अनुराग ठाकुर के बयान को गलत करार दिया। बजरंग पूनिया ने मीडिया से कहा, एक बार आप खेल मंत्री से पूछो कि वह कितनी देर खिलाड़ियों के बीच रहे? वह बस 2-4 मिनट खिलाड़ियों के बीच में बैठे थे। उनके अधिकारी खिलाड़ियों के साथ मध्यक्षता कर रहे थे।

अनुराग ठाकुर ने शिमला में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सवालों के जवाब देते हुए कहा, ‘सरकार बहुत स्पष्ट है। मोदी सरकार सदा खिलाड़ियों के साथ खड़ी रही है। हम खिलाड़ियों के साथ खड़े थे। खिलाड़ियों को सुविधाएं दी और उन्हें बढ़ावा देने का काम किया। हमारे लिए खेल और खिलाड़ी प्राथमिकता हैं। उसके लिए हम कहीं पर भी कोई भी समझौता नहीं करते। ना आज तक किया है और ना आगे करेंगे।’