आईसीसी वर्ल्ड कप क्वालीफायर टूर्नामेंट में शनिवार को मेजबान जिम्बाब्वे ने एक बड़ा उलटफेर कर दिया। दरअसल, जिम्बाब्वे ने अपने तीसरे मुकाबले में वेस्टइंडीज को 35 रन से हराकर लगातार तीसरी जीत दर्ज की। इस हार के बाद वेस्टइंडीज की आगे जाने की उम्मीदों को करारा झटका लगा है तो वहीं इस हार से टीम के हेड कोच डैरेन सैमी काफी गुस्से में नजर आए। उन्होंने टीम के खिलाड़ियों पर जमकर अपनी भड़ास निकाली।

डैरेन सैमी ने फील्डिंग को लेकर कही यह बात

पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में वेस्टइंडीज के हेड कोच डैरेन सैमी ने कहा कि मैं इस हार से बेहद निराश हूं, टॉस के समय हम वहीं करना चाहते थे जो हमने किया यानि हम गेंदबाजी ही करना चाहते थे। डैरेन सैमी ने इस दौरान विंडीज के खिलाड़ियों की फील्डिंग पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर हम इस तरह की फील्डिंग करते रहेंगे तो आगे भी विरोधी टीम को ऐसे चांस देते रहेंगे और फिर वह हम से आगे निकल जाएंगे। सैमी ने कहा कि आज हमारा खेल बिल्कुल भी जिम्मेदारी वाला नहीं था।

हम जीतने के लायक नहीं थे- डैरेन सैमी

डैरेन सैमी ने आगे कहा कि उस पिच पर 269 का लक्ष्य वाकई बहुत ज्यादा था, लेकिन हमने जो मौके उन्हें दिए उसकी वजह से इतने रन बन सके। सैमी ने कहा कि हमने पहले भी ऐसा होते हुए देखा है कि हम खराब फील्डिंग के कारण मैच में पीछे हो जाते हैं, आज का दिन वास्तव में बहुत खराब था हमें खुद ही इस हार की जिम्मेदारी लेनी होगी, आज हम जीतने लायक बिल्कुल नहीं थे।

जिम्बाब्वे ने दिया था 269 का लक्ष्य

आपको बता दें कि वेस्टइंडीज ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी थी। पहले बल्लेबाजी करने आई जिम्बाब्वे की टीम ने वेस्टइंडीज को 269 रन का लक्ष्य दिया था। जिम्बाब्वे की टीम 49.5 ओवर में 268 पर ऑलआउट हो गई थी। जिम्बाब्वे का इतना स्कोर जाने के पीछे वेस्टइंडीज की खराब फील्डिंग थी। ऑलराउंडर सिकंदर रजा ने जिम्बाब्वे की ओर से सबसे अधिक 68 रन बनाए और कैरिबियाई खिलाड़ियों ने उन्हीं के दो कैच छोड़े थे। जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 44.4 ओवर में 233 रन पर ऑलआउट हो गई।