पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज हारिस राऊफ ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 से पहले अपनी जिंदगी की संघर्ष के बारे में बात की जब उन्हें गुजारा करने के लिए स्नैक्स तक बेचना पड़ा था। 29 साल के इस तेज गेंदबाज ने कहा कि जब तक उन्होंने टेप-बॉल क्रिकेट खेलने शुरू नहीं किया था तब तक उन्हें शिक्षा प्राप्त करने के लिए अपनी फीस का प्रबंध करने के लिए अन्य तरीके खोजने पड़े थे। उन्होंने बताया कि मैट्रिकुलेशन के बाद मैं अपनी फीस का भुगतान करने में सक्षम नहीं था और इसके लिए रविवार को बाजा में स्नैक्स (निमको) बेचने का काम करता था। सप्ताह के अन्य दिनों में मैं स्कूल या फिर अपनी अकादमी में जाता था।

हारिस के पास फीस देने के लिए नहीं थे पैसे

ईएसपीएन क्रिकइन्फो की डॉक्यूमेंट्री में हारिस राऊफ के हवाले से कहा गया कि जब मैंने यूनिवर्सिटी में दाखिला किया तो मेरे पिता की इतनी कमाई नहीं थी कि वह मेरी फीस भर सकें और मैं भी इसका खर्च वहन नहीं कर सकता था, लेकिन टेप-बॉल क्रिकेट खेलकर आसानी से अपनी फीस का इंतजाम कर लेता था। राऊफ हार्ड-बॉल क्रिकेट खेलने से पहले टेप-बॉल क्रिकेट खेलते थे और इससे उन्हें अपने करियर में बड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया। उन्होंने बताया कि उनके परिवार को इस हद तक संघर्ष करना पड़ा कि उन्हें रसोई में भी सोना पड़ा।

हारिस राऊफ ने कहा कि पाकिस्तान में पेशेवर रूप से टेप-बॉल खेलने वाले लड़के आसानी से प्रति महीने दो से ढाई लाख कमा लेते हैं। मैं भी कमाता था और मां को दे देता था, लेकिन मैंने अपने पिता को इतनी कमाई के बारे में कभी नहीं बताया। उन्होंने कहा कि मेरे पिता के तीन भाई हैं और सभी एक साथ रहते थे। मेरे पिता के पास एक बड़ा कमरा था और जब मेरे चाचाओं की शादी हुई तो मेरे पिता ने अपना कमरा भाईयों को दे दिया। आखिरकार हम उस स्थिति में पहुंच गए जब हमें रसोई में सोना पड़ता था। राऊफ अब वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 28 वनडे मैच खेले हैं और उन्होंने 53 विकेट लिए हैं। उन्होंने एक मैच में चार विकेट लेने का कमाल चार बार जबकि पांच विकेट लेने का कमाल एक बार किया है।