विनायक मोहनरंगन। वुमेंस टी20 वर्ल्ड कप 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार के बाद रविवार (13 अक्टूबर) देर रात शारजाह में भारत के मुख्य कोच अमोल मजूमदार से पूछा गया कि क्या उनके पास पाकिस्तान के लिए कोई संदेश है, जिसे वह अंतिम ग्रुप ए मैच में जीतते देखना चाहते हैं। उन्होंने हंसते हुए, कुछ सेकंड के लिए अपना सिर हिलाया और कहा, “यह एक अच्छा सवाल है। हां, यह एक अच्छा सवाल है। खैर, मैं बस पाकिस्तान को शुभकामनाएं देना चाहता हूं। मैं बस इतना ही कह सकता हूं। लेकिन हम मैच को बहुत करीब से देखेंगे, यह पक्का है।”

इसके बाद सोमवार (14 अक्टूबर) को भारत की आखिरी उम्मीद भी टूट गई। पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को 20 ओवरों में 110/6 पर रोक उम्मीद जगाई, लेकिन उसकी बल्लेबाजी ने इस पर पानी फेर दिया। यह स्कोर और कम हो सकता था। पाकिस्तान ने जितने कैच छोड़े, आप उन्हें एक हाथ की उंगलियों पर नहीं गिन सकते। इसने न केवल भारत के लिए बल्कि उनके लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दीं। फातिमा सना की टीम को न्यूजीलैंड से मिले लक्ष्य को 11 ओवरों के भीतर हासिल करना था।

पाकिस्तान ने पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रचने की कोशिश में एक अनचाहा रिकॉर्ड बना दिया। टीम 56 रन पर ऑल आउट हो गई जो इस प्रारूप में उसका सबसे कम स्कोर था। पाकिस्तान की टीम के साथ-साथ भारतीय टीम का भी बैग पैक हो गया। लेकिन ईमानदारी से कहें तो भारतीय महिला टीम का प्रदर्शन सेमीफाइनल में पहुंचने लायक नहीं था। आइए जानते हैं इसकी वजह:

लंबा कैंप

भारत ने टूर्नामेंट से ठीक पहले ट्रेनिंग कैंप का चयन किया, जबकि अधिकांश शीर्ष टीमें दो महीने पहले किसी न किसी तरह का प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेल रही थीं। जब विश्व कप का शेड्यूल सामने आया, तभी पता चल गया था कि भारतीय टीम का पहला मैच मुश्किल टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाला है। टीम को पहली गेंद से ही तैयार रहना था और ऐसा हुआ नहीं। भारतीय थिंक-टैंक ने बताया है कि टीम यूएई की परिस्थितियों के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं थी। न्यूजीलैंड के खिलाफ 160 रन बनवाने के बाद हार का सामना करना पड़ा, जहां रन बनाना आसान नहीं रहा है। साधारण बल्लेबाजी ने स्थिति को और भी बदतर बना दिया।

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खराब फील्डिंग के पीछे छुप रहीं अन्य खामियां

भारतीय टीम की फील्डिंग बहुत खराब है। इसका इस्तेमाल बलि के बकरे की तरह हो रहा है, जो अन्य खामियों को छिपा रहा है। कैच छोड़ने के बावजूद, कैचिंग के मामले में भारत टूर्नामेंट में सबसे आगे रहा। यह नजरअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए कि चयन में कुछ गड़बड़ियां भी हुईं।

नंबर 3 बना म्यूजिकल चेयर

2024 में नंबर 3 स्लॉट म्यूजिकल चेयर बन गया है। भारत ने इस पोजीशन पर छह अलग-अलग खिलाड़ियों को उतारा है। दिसंबर 2024 से पाकिस्तान के अलावा किसी और ने इस पोजीशन पर ज्यादा बल्लेबाज नहीं खिलाए हैं। वर्ल्ड कप से ठीक पहले मजुमदार ने कहा कि हरमनप्रीत उस पोजीशन पर बल्लेबाजी करने जा रही हैं, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

बल्लेबाजी को कमजोर किया

छठे गेंदबाजी विकल्प की चाहत में भारत ने अपनी बल्लेबाजी लाइनअप को कमजोर कर दिया। धीमी गति के गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियों के बावजूद कुछ मैचों में तीन तेज गेंदबाजों को भी खिलाया।

हरमनप्रीत पर जरूरत से ज्यादा निर्भर

बल्लेबाजी लाइनअप अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। हरमनप्रीत पर टीम जरूरत ज्यादा निर्भर दिखी। स्मृति मंधाना से बहुत उम्मीदें थीं, क्योंकि साल की शुरुआत में उनका प्रदर्शन शानदार रहा था। श्रीलंका के खिलाफ मैच को छोड़कर वह नहीं चलीं। हरमनप्रीत को छोड़कर किसी अन्य बल्लेबाज का प्रदर्शन यादगार नहीं रहा।