भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व ओपनर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि टी20 क्रिकेट में हार्दिक पंड्या का बैटिंग ऑर्डर फिक्स नहीं होना चाहिए। इसके पीछे उन्होंने तर्क भी दिए हैं। आकाश चोपड़ा ने दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत में से किसे फर्स्ट च्वाइस (पहली पसंद का) विकेटकीपर के रूप में चुने जाने को लेकर भी अपनी राय रखी है। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 5 टी20 मैच की सीरीज के पहले मुकाबले से पूर्व अपने यूट्यूब चैनल पर ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में किन युवा तेज गेंदबाजों को चुना जाना चाहिए, इस पर भी चर्चा की।

आकाश चोपड़ा से किसी यूजर ने सवाल किया था कि क्या हार्दिक पंड्या को बल्लेबाजी के लिए चार नंबर पर या फिनिशर के तौर पर निचले क्रम पर भेजना चाहिए? सवाल के जवाब में आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘मेरे विचार में उनके पास विकल्प नहीं है। उनका सिंपल सा है, जब टीम के कप्तान हैं तो नंबर चार पर, जब टीम के कप्तान नहीं हैं तो जहां कप्तान भेजेगा वही नंबर है।’

उन्होंने कहा, ‘यहां पर मुझे नहीं लगता है कि उनकी 4 नंबर पर बैटिंग आने वाली है। सही बात कहूं तो हार्दिक का नंबर फिक्स होना ही नहीं चाहिए। 11वें ओवर के बाद जब भी कोई विकेट गिरे, उन्हें भेजना चाहिए। फिर चाहे वह दूसरा ही नंबर क्यों न हो। इस समय उनकी फॉर्म श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत से भी बेहतर है। ऐसे में उनको थोड़ा टाइम मिलना चाहिए।’

पंत और कार्तिक में कौन फर्स्ट च्वाइस विकेटकीपर है, के सवाल पर आकाश ने कहा, ‘निश्चित तौर पर ऋषभ पंत। यह सही है कि आईपीएल को आप तवज्जो दीजिए, लेकिन ऋषभ पंत ऐसा खिलाड़ी है, जो मैच बदल सकता है। ऐसा नहीं है कि दिनेश कार्तिक नहीं बदल सकते हैं, लेकिन ऋषभ पंत यह काम पिछले तीन सीजन से यह काम बहुत अच्छी तरीके से करते चले आ रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘उनकी मौजूदा आईपीएल सीजन बहुत साधारण रहा है, लेकिन जब से उन्होंने आईपीएल खेलना शुरू किया है तब से आंकड़े निकालेंगे तो सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पांच बल्लेबाजों में वह अब भी शामिल हैं। मेरे विचार से ऋषभ पंत निश्चित रूप से फर्स्ट च्वाइस विकेटकीपर हैं।’

टी20 वर्ल्ड कप में युवा तेज गेंदबाजों की बात पर आकाश चोपड़ा बोले, ‘जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी पहले से ही ये दो नाम तय हैं। तीसरे नंबर पर मेरे हिसाब से दीपक चाहर होने चाहिए। उसके बाद मेरे दिमाग में प्रसिद्ध कृष्णा का नाम आता है। उमरान मलिक अभी मेरी टीम में नहीं हैं।’