भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एमएस धोनी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया और बताया कि वो किस घटना के बाद चाहते थे कि माही को कड़ी से कड़ी सजा मिले। एमएस धोनी को कैप्टन कूल कहा जाता है और अगर उनकी टीम का कोई खिलाड़ी मैदान पर बड़ी से बड़ी गलती भी करता है तो वो बड़े आराम से उस मामले को डील करते हुए नजर आते हैं। हालांकि आईपीएल 2019 के दौरान धोनी ने पूरे क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया था जब उन्होंने गुस्से में मैदान छोड़ दिया था।
आईपीएल 2019 के 25वे मैच के दौरान धोनी ने नो-बॉल के मामले पर गुस्से में मैदान छोड़ने का निर्णय किया था। यह मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला जा रहा था। नो-बॉल पर एक अतिरिक्त रन और उस पर फ्री हिट से सीएसके के कप्तान धोनी अपसेट हो गए थे। हुआ यह था कि वेस्ट हाइट की एक गेंद को लेग अंपायर ने नो-बॉल नहीं कहा जबकि टीवी अंपायर ने इसे नो-बॉल करार दिया था। इसके बाद धोनी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और वीरेंद्र सहवाग ने माना कि इस घटना के लिए धोनी को बैन किया जाना चाहिए था।
सहवाग ने क्रिकबज के साथ बात करते हुए कहा कि धोनी को इस घटना के लिए दो से तीन मैचों के लिए बैन किया जाना चाहिए था जबकि उन्हें मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाया गया था। सहवाग ने कहा कि धोनी इस मामले में आसानी से छूट गए, लेकिन उन्हें कम से कम दो से तीन मैचों के लिए बैन किया जाना चाहिए था क्योंकि उन्होंने जो किया था कल को दूसरा कप्तान भी ऐसा कर सकता है तो फिर अंपायर का क्या महत्व रह जाएगा। मुझे लगता है कि उन्हें मैदान से बाहर नहीं आना चाहिए था क्योंकि सीएसके के दो सदस्य इस नो-बॉल को लेकर जांच-पड़ताल कर रहे थे। आपको बता दें कि इस सीजन में धोनी की टीम फाइनल में पहुंची थी जहां उनकी टीम को मुंबई इंडियंस के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।