भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकेटर से राजनेता बनने वाले खिलाड़ियों पर निशाना साधा। सहवाग ने मंगलवार 5 सितंबर 2023 को कहा कि खिलाड़ियों को राजनीति में आने से बचना चाहिए। जो राजनीति में उतरते हैं वे केवल ‘अहंकार और सत्ता की भूख’ के लिए ऐसा करते हैं।
वीरेंद्र सहवाग ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘मेरी राजनीति में कतई दिलचस्पी नहीं है। पिछले दो चुनावों में दोनों बड़ी पार्टियों ने मुझसे संपर्क किया था।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि फिल्मी सितारों और खिलाड़ियों को राजनीति में नहीं उतरना चाहिए, क्योंकि अधिकतर अपने अहंकार और सत्ता की भूख के लिए राजनीति में आते हैं और लोगों के लिए मुश्किल से वास्तविक समय निकाल पाते हैं। कुछ अपवाद हो सकते हैं, लेकिन अधिकतर पीआर (पब्लिक रिलेशन) के लिए ऐसा करते हैं।’
मुझे कॉमेंट्री करना अच्छा लगता है: वीरेंद्र सहवाग
सहवाग ने कहा, ‘मुझे क्रिकेट से जुड़े रहना और कॉमेंट्री करना अच्छा लगता है। मेरी अंशकालिक सांसद बनने की कतई इच्छा नहीं है।’ वीरेंद्र सहवाग उन व्यक्तियों के सवाल का जवाब दे रहे थे जिनका मानना है कि इस विस्फोटक बल्लेबाज को गौतम गंभीर से पहले सांसद बनना चाहिए था। बता दें कि गंभीर के अलावा कीर्ति आजाद, नवजोत सिंह सिद्धू, मोहम्मद अजहरुद्दीन, हरभजन सिंह भी उनमें शामिल हैं, जो क्रिकेटर से राजनेता बने।
वीरेंद्र सहवाग की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जबकि दिल्ली के उनके साथी गंभीर पाकिस्तान के खिलाफ भारत के एशिया कप मैच के दौरान पल्लीकेले में दर्शकों को अंगुली दिखाने के कारण विवाद के केंद्र में हैं। गौतम गंभीर ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कुछ दर्शक भारत विरोधी नारे लगा रहे थे।
गौतम गंभीर ने सोमवार को मीडियाकर्मियों से कहा, ‘जब आप मैच देखने के लिए आएं तो राजनीतिक नारेबाजी न करें। आप अगर भारत विरोधी नारे या कश्मीर के बारे में कुछ कहेंगे तो आप मुझसे चुप रहने की उम्मीद नहीं कर सकते। सोशल मीडिया आपको कभी पूरी तस्वीर नहीं दिखाता है।’
मीडिया के एक वर्ग की रिपोर्ट के अनुसार गंभीर जब मैदान से प्रसारण क्षेत्र में लौट रहे थे तो दर्शक कोहली कोहली चिल्लाने लग गए थे लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी प्रतिक्रिया कोहली को लेकर नहीं थी।
गौतम गंभीर ने कहा, ‘सोशल मीडिया पर जो दिखाया जाता है वह सही नहीं होता। लोग सोशल मीडिया पर वही दिखाते हैं जो वह चाहते हैं। वहां पर भारत विरोधी नारे लग रहे थे। वहां पर कश्मीर को लेकर नारे लग रहे थे ऐसे में प्रतिक्रिया देना लाजमी है, मैं वहां से हंस कर नहीं निकल सकता।’