भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि मौजूदा टीम इंडिया का कोई भी बैट्समैन उनकी तरह नहीं खेलता है, लेकिन रिषभ पंत और पृथ्वी शॉ ऐसे दो खिलाड़ी हैं जो उनकी बैटिंग स्टाइल को फॉलो करने के काफी करीब हैं। उन्होंने ये भी कहा कि रिषभ पंत टेस्ट क्रिकेट में मेरी तरह ही बल्लेबाजी करते हैं। सहवाग अपने खेलने के दिनों में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे और अपने इसी अप्रोच की वजह से वो दुनिया के खतरनाक ओपनर्स में से एक थे। टेस्ट क्रिकेट में भी सहवाग के अप्रोच में कभी बदलाव नहीं आया और वो भारत के लिए इस प्रारूप में दो तिहरा शतक लगाने वाले एकमात्र ओपनर बल्लेबाज हैं।
टेस्ट में रिषभ पंत की बल्लेबाजी मेरे जैसी
सहवाग ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारतीय टीम में कोई ऐसा खिलाड़ी है जो मेरी तरह बल्लेबाजी करता है। मेरे दिमाग में जो दो खिलाड़ी आए, वे पृथ्वी शॉ और ऋषभ पंत हैं। मुझे लगता है कि ऋषभ पंत टेस्ट क्रिकेट में मेरी बल्लेबाजी के थोड़े करीब हैं लेकिन वह 90-100 से संतुष्ट हैं लेकिन मैं 200, 250 और 300 से संतुष्ट होता था। अगर रिषभ पंत अपने खेल को उस स्तर तक ले जाते तो मैं लगता है कि वह प्रशंसकों का और भी अधिक मनोरंजन कर सकते हैं। सहवाग ने ये बातें न्यूज 18 पर बात करते हुए कही।
बाउंड्री से ज्यादा रन जुटाने की थी मानसिकता
सहवाग ने आगे कहा कि मैं टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलता था और मेरी मानसिकता शुरू से ही बाउंड्री से मध्यम से ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की थी। मैं इंटरनेशनल क्रिकेट में एक ही पैटर्न से साथ बल्लेबाजी करता था और गिनता रहता था कि मुझे शतक बनाने के लिए कितनी बाउंड्री की जरूरत है। अगर मैं 90 रन पर खेल रहा हूं और 100 तक पहुंचने के लिए 10 गेंदें लेता हूं तो विरोधी टीम के पास मुझे आउट करने के लिए 10 गेंदों होती थीं इसी वजह से मैं ज्यादा वक्त नहीं लेते हुए बाउंड्री ट्राई करता था और ट्रिपल फिगर मार्क तक पहुंचने से रोकने के लिए विरोधी टीम को सिर्फ दो गेंदें देता था। इसकी वजह से मेरी जोखिम का प्रतिशत 100 से घटकर 20 हो जाता था। आपको बता दें कि सहवाग आने वाले दिनों में आईपीएल 2023 में कमेंट्री करते हुए नजर आएंगे।