वीरेंद्र सहवाग को यह स्वीकारने में जरा भी गुरेज नहीं है कि उनकी अंग्रेजी बहुत अच्छी नहीं है। वीरेंद्र सहवाग ने एक समाचार पत्र के कार्यक्रम में यह बात स्वीकार की। साथ ही खुलासा किया कि उन्होंने ट्विटर पर खुद की एंट्री के बाद सबसे पहला बर्थडे विश ट्वीट सचिन तेंदुलकर को नहीं, बल्कि रोहित शर्मा को किया था। इसके पीछे की उन्होंने वजह भी बताई।
वीरेंद्र सहवाग ने एक सवाल के जवाब में कहा, मैं ड्रेसिंग रूम में बैठकर ऐसी बहुत बातें करता था, लेकिन तब मुझे लगता नहीं था कि मैं इतना फनी हूं। मेरे साथी हंसते जरूर थे, लेकिन कभी ऐसा लगा नहीं मुझे कि मैं जो लिखूंगा वह लोगों को इतना पसंद आएगा, क्योंकि मैंने पत्रकारिता की नहीं है। मैंने पढ़ाई इतनी नहीं की है कि मैं लिखने में अच्छा होऊं।
सहवाग ने कहा, मेरी सोच हिंदी की है। हिंदी से इंग्लिश में ट्रांसलेट (अनुवाद) मैं उतनी बढ़िया से नहीं कर सकता। उसके लिए मुझे एक बंदा चाहिए होगा कि जो मैं हिंदी में बोलूं वह उसे इंग्लिश में अच्छे से ट्रांसलेट करे, ताकि लोगों को समझ में आए। यही वजह है कि मैं अंग्रेजी में ट्वीट नहीं करता हूं।
ट्विटर पर अपने ट्वीट की बात करते हुए वीरेंद्र सहवाग ने कहा, जब मैंने क्रिकेट छोड़ा तो ट्विटर पर आने को मुझे यह था यार कि हम लोग एक ही क्रिकेटर का जन्मदिन बड़े शौक से मनाते हैं। वह हैं सचिन तेंदुलकर। मैंने कहा ऐसा नहीं होना चाहिए। सबके मनाने चाहिए। तो मेरा पहला जो बर्थडे ट्वीट था, वह रोहित शर्मा के लिए था।
वीरेंद्र सहवाग ने बताया कि उन्होंने लिखा था, जब रोहित शर्मा पैदा हुए होंगे तो डॉक्टर ने कहा होगा कि लड़का नहीं हिटमैन पैदा हुआ है। तो इस तरह की बातें हम लोग ड्रेसिंग रूम में भी करते थे, लेकिन जब लिखना शुरू किया तो लोगों को पसंद आया। तो ऐसे ट्विटर पर ट्वीट करने की शुरुआत हुई।
बता दें कि बतौर ओपनर सचिन तेंदुलकर ने 346 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 45 और वीरेंद्र सहवाग ने 321 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 36 शतक लगाए थे। रोहित शर्मा अब तक 295 इंटरनेशनल मैच में 38 शतक लगा चुके हैं।