अपने घरेलू मैदान और दर्शकों के बीच भारतीय टैस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुरुवार से शुरू होने वाले सीरीज के चौथे और आखरी टैस्ट में जीत दर्ज कर सीरीज फतह करने के जश्न को दोबारा करना चाहेंगे। विराट अपने घरेलू मैदान फीरोजशाह कोटला पर पहली बार भारतीय टीम की अगुआई करने गुरुवार को उतरेंगे। उनकी नजर भारत की जीत पर तो होगी ही, अपनी कप्तानी में अपने दर्शकों के बीच जीत दर्ज कर भारत को 3-0 से जीत दिलाने की होगी। भारत चार मैचों की सीरीज में 2-0 से आगे है। मोहाली व नागपुर में भारत ने दक्षिण अफ्रीका पर शानदार जीत दर्ज की थी। बंगलुरु में दूसरा टैस्ट बारिश की की भेंट चढ़ गया था।

दूसरे टैस्ट में सिर्फ पहले दिन ही खेल हो पाया था। पहला और तीसरा टैस्ट भारत ने तीन दिनों के अंदर ही जीत लिया था। भारतीय टीम की जीत में रविचंद्रन अश्विन की अगुआई में स्पिन गेंदबाजों की बड़ी भूमिका रही। अब तक भारत ने दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम को पांच पारियों में आउट कर कमाल किया है। इन पचास में 47 विकेट स्पिन गेंदबाजों के खाते में गए हैं। अश्विन ने अब तक 24 विकेट झटके हैं। रविंद्र जडेडा ने 16 और अमित मिश्रा ने सात विकेट हासिल किए हैं। भारतीय गेंदबाजों के इस प्रदर्शन को देखते हुए फीरोजशाह कोटला पर भी उनसे इसी कमाल की उम्मीद की जा रही है।
हालांकि तीन दिनों में मैच खत्म होने की वजह से पिच की आलोचना भी कम नहीं हो रही है। आइसीसी मैच रेफरी जैफ क्रो ने नागपुर पिच की रिर्पोट कर इन आलोचनाओं को और हवा दे दी है। लेकिन इससे भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन को कम कर आंका नहीं जा सकता। हालांकि टीम निदेशक रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली ने नागपुर, बंगलुरु और मोहाली की पिच को लेकर हो रही आलोचना को नजरअंदाज किया था और पिच पर बातें बनाने वालों की खबर ली थी। लेकिन फीरोजशाह कोटला टैस्ट के दौरान खिलाड़ियों के प्रदर्शन से ज्यादा चर्चा के केंद्र में पिच ही रहने वाली है, यह तय है।

वैसे नजर फीरोजशाह कोटला के पिच पर भी रहेगी। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हाशिम आमला ने फीरोजशाह कोटला की पिच को लेकर ज्यादा आश्वस्त दिखे। उन्होंने कहा भी कि पिच अभी तक तो ठीक दिखाई दे रही है और रातों-रात यह बदल जाएगी लगता नहीं है। आमला को भरोसा है कि टीम दिल्ली में अपना बेहतरीन प्रदर्शन करेगी और जीत के अंतर को पाटेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही इंग्लैंड के खिलाफ हमें खेलना है और अगर हम सीरीज 1-2 से गंवाते हैं तो मनोवैज्ञानिक तौर पर यह हमारे लिए फायदे वाली बात होगी। दूसरी तरफ भारत अगर सीरीज में 3-0 से जीत दर्ज करता है तो आइसीसी टैस्ट रैंकिंग में छलांग लगा कर वह दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगा।

फीरोजशाह कोटला का पिच आमतौर पर काफी धीमा खेलती है। यहां गेंद ज्यादा टर्न नहीं लेती और ऐसे कयास लगाए जारहे हैं कि पिच के चरत्रि में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं आने वाला और मैच तीन दिन में शायद ही खत्म हो। लेकिन यह बात भी तय है कि इस पिच पर भारतीय स्पिनरों की तिकड़ी फिर कमाल दिखा सकती है। अमित मिश्रा इस पचि पर ज्यादा कमाल भरा प्रदर्शन कर सकते हैं। आइपीएल में यह उनका घरेलू मैदान है और उत्तर क्षेत्र की नुमाइंदगी करने की वजह से भी फीरोजशाह कोटला के पिच के मिजाज को वे बहतर तरीके से जानते-समझते हैं। मिश्रा के अलावा जडेजा भी इस धीमी विकेट पर कमाल कर सकते हैं। अश्विन ने अभी तक कमाल की गेंदबाजी की है। आइपीएल में नकारात्मक गेंदबाजी की वजह से बीच में उन्होंने लय खो दी थी लेकिन विश्व कप मुकाबले के बाद उन्होंने फिर से अपने आप को खोजा है और जिस अंदाज में गेंदबाजी कर रहे हैं वह किसी भी गेंदबाज के लिए सपना हो सकता है। तेज गेंदबाजों की अभी तक इस सीरीज में परख नहीं हुई है।

लेकिन भारत के लिए चिंता का सबब बल्लेबाजी है। गेंदबाजों के कमाल से भारत ने सीरीज जीती है। बल्लेबाजों ने बेतरह मायूस किया है। कप्तान विराट कोहली को अभी रंग में आना बाकी है। चेत्श्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, मुरली विजय और शिखर धवन ने कभी-कभी ही चमक दिखाई है। इनके बल्लों से रनों का परवाह देखने को नहीं मिला है। गेंदबाजों ने तो कमाल भरा प्रदर्शन किया लेकिन रनबाजों ने बेतरह मायूस किया। मुरली विजय ने अब तक तीन टैस्ट में 195 रन बनाए हैं जूकि पुजारा ने 160 रन बनाए हैं। इन दोनों ने ही सीरीज में भारत की तरफ से दो अर्द्धशतकीय पारी खेली है। बाकी के बल्लेबाज रनों के लिए जूझते ही नजर आए। किसी भी बल्लेबाज ने तीन टैस्ट मैचों में रनों का शतक पूरा नहीं किया है। जाहिर है कि यह भारत के लिए चिंता का सबब है।

टीम में किसी तरह के बदलाव की उम्मीद नहीं है। कोहली ने इस बात के संकेत भी दिए हैं। ऐसे में कोटला की पिच सुबह तेज गेंदबाजों के लिए मददगार होगी। भारतीय टीम के इकलौते तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा भी अपने घरेलू पिच पर कमाल करने के लिए उतावलें होंगे क्योंकि सीरीज में अभी तक उन्हें ज्यादा कुछ करने को नहीं मिला है। यों भी कोटला का पिच उन्हें रास आता है। दक्षिण अफ्रीकी तेत गेंदबाज भी इस पिच पर कमाल कर सकते हैं। हालांकि डेल स्टेन टीम में नहीं हैं। ग्रोइन इंजुरी से वे उबरे नहीं हैं और चौथे टैस्ट से भी उन्हें बाहर रहना पड़ा है। ऐसे में मोर्नी मोर्कल तेज गेंदबाजी की अगुआई करेंगे।

दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी भी भारतीय स्पिनरों के आगे बिखर गई है। कप्तान आमला खुद फार्म में नहीं हैं। हालांकि तीसरे टैस्ट में उन्होंने फाफ डु प्लेसिस के साथ मिल कर अच्छी साझेदारी निभाई थी लेकिन अभी उनका सर्वश्रेष्ठ आना बाकी है। अब तक एबी डिवलियर्स ने ही कुछ रन बटोरे हैं। उन्होंने दो अर्द्धशतक जमाए हैं और 173 रन बना कर टाप पर हैं। दक्षिण अफ्रीका के सहायक कोच एड्रियन बिरेल ने संकेत दिए हैं कि टीम में कुछ बदलाव हो सकते हैं। टीम के लिए लेग स्पिनर इमरान ताहिर और आफ स्पिनर सिमोन हार्मर सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं लेकिन वे भारतीयों की तरह लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। दोनों ने तीन टैस्ट में 22 विकेट निकाले हैं। मोर्कल ने नागपुर में उम्दा गेंदबाजी की लेकिन कागिसो रबाडा प्रदर्शन में निरंतरता नहीं ला सके हैं। मर्चेंट डि लांगे और काइल एबोट अंतिम एकादश में जगह पाने का इंतजार कर रहे हैं।
मैच का समय : सुबह 9.30 बजे से।