श्रीलंका के पूर्व कप्तान और ओपनर तिलकरत्ने दिलाशान ने अपनी ऑलटाइम वनडे-11 का चयन किया है। उनकी इस टीम में भारत के सिर्फ एक खिलाड़ी को ही जगह मिल पाई है। अपने जमाने में विस्फोटक ओपनर रहे दिलशान ने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को टीम में रखा है। उन्होंने आश्चर्यजनक रूप से विराट कोहली, रोहित शर्मा, सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी को इलेवन में नहीं रखा है। कोहली को मौजूदा दौर का बेस्ट बल्लेबाज माना जाता है। वहीं, धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया 2011 में वर्ल्ड कप जीती थी। उनके वनडे में 10 हजार से ज्यादा रन भी हैं।
दिलशान ने टीम में ओपनर के तौर पर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या और सचिन को जगह दी है। इसके बाद तीसरे नंबर वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और चौथे स्थान पर श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने हैं। पांचवें नंबर पर दिलशान ने दो वर्ल्ड कप जीतने वाले कप्तान रिकी पोंटिंग को रखा है। उन्हें टीम का कप्तान भी बनाया है। छठे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका के महान ऑलराउंडर जैक कालिस को जगह दी है। विकेटकीपर के तौर पर 7वें नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स को रखा है।
दिलशान ने आठवें स्थान पर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम को रखा है। नौवें नंबर पर वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज कर्टनी वॉल्श और दसवें स्थान पर शेन वॉर्न हैं। 11वें यानी आखिरी नंबर पर उन्होंने अपने ही देश के मुथैया मुरलीधरन को जगह दी है। टीम में 12वें खिलाड़ी के तौर पर दिलशान ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेदबाज ग्लेन मैक्ग्रा को जगह दी है। उन्होंने कहा कि अकरम गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने में सक्षम हैं।
जयसूर्या की तारीफ करते हुए दिलशान ने ‘ईएसपीएन क्रिकइंफो’ से कहा कि 1996 में जिस तरह उन्होंने गेंदबाजों पर आक्रमण किया वह अलग था। वे 15 ओवर में तेज बल्लेबाजी की थ्योरी वर्ल्ड क्रिकेट में लेकर आए। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वे दुनिया के बेस्ट आक्रामक बल्लेबाजों में एक रहे हैं।’’ दिलशान ने तेंदुलकर को जयसूर्या की तुलना में ज्यादा स्टाइलिश बताया। उन्होंने कहा, ‘सचिन को पता होता था कि मैच को कैसे बनाना है। वे इस इलेवन के सबसे अनुभवी और सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। दोनों की ओपनिंग जोड़ी बेहतरीन है।’’