भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के 49 एकदिवसीय शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ना वास्तव में उनके लिए एक ‘भावनात्मक क्षण’ होगा। सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय क्रिकेट में 49 शतकों के साथ अपने करियर को खत्म किया था। यह उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100वां (टेस्ट में 51 शतक) शतक था।
तेंदुलकर ने जब यह रिकॉर्ड बनाया था तब के समय खेल के जानकारों का मानना था कि उनके रिकॉर्ड को शायद ही कोई तोड़ पाये। हालांकि, कोहली ने 274 एकदिवसीय मैचों में 46 शतक जड़ दिये हैं। यह 34 साल का बल्लेबाज तीन और शतक के साथ अपने बचपन के आदर्श खिलाड़ी की बराबरी कर लेगा।
सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड तोड़ने पर क्या बोले विराट कोहली
विराट कोहली से इस मुकाम तक पहुंचने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने तुरंत कहा, ‘‘यह मेरे लिए बहुत ही भावुक क्षण होगा।’’ कोहली, युवराज सिंह, एमसी मेरीकॉम, सुनील छेत्री, हरमनप्रीत कौर और पैरा-एथलीट अवनि लेखरा के साथ खेल से जुड़ी समान बनाने वाली कंपनी प्यूमा ने ‘डिजनी प्लस हॉटस्टर’ के साथ मिलकर छह-भाग वाली डॉक्यू सीरीज तैयार की है। इसमें इन खिलाड़ियों के सफर के साथ फिटनेस से जुड़े पहलुओं को शामिल किया गया है।
विराट कोहली ने खेलने के महत्व पर बात की
बातचीत में कोहली ने अपने बचपन की यादों को बड़े लड़कों के साथ क्रिकेट खेलने और खेल के महत्व के बारे में भी बात की है। उन्होंने कहा, “खेल आपको जीवन, अनुशासन और योजना के कुछ मूल्य सिखाता है। यह आपको एक उत्पादक व्यक्ति बनाता है। आप चाहे किसी भी पेशे में हों, खेल खेलने का महत्व बहुत अधिक है। छात्रों को सिर्फ खेलाएं नहीं, उन्हें सिखाएं भी। एक खेल खेलने का क्या मतलब है कि इसके बारे में उन्हें छोटी सी छोटी जानकारी होना महत्वपूर्ण है।”