ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में भारत को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच की दूसरी पारी में टीम इंडिया 36 रनों पर ही सिमट गई। यह उसके टेस्ट इतिहास का न्यूनतम स्कोर है। विराट कोहली की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने टेस्ट में अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया था। संयोग की बात यह है कि दोनों मौकों पर तारीख 19 दिसंबर ही था। इतना ही नहीं दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपना 50वां टेस्ट शतक इसी तारीख को लगाया था।

भारतीय टीम एडीलेड ओवल में शनिवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरी पारी में केवल 36 रन पर ढेर हो गई, जो उसका 88 साल के टेस्ट इतिहास में न्यूनतम स्कोर है। इससे पिछला रिकार्ड 42 रन का था जो भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 24 जून 1974 में लार्ड्स में बनाया था, लेकिन इसे ठीक चार साल पहले 19 दिसंबर 2016 की कहानी एकदम भिन्न थी। मैदान था चेन्नई का एम ए चिदंबरम चेपक स्टेडियम जब कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली पारी सात विकेट पर 759 रन पर समाप्त घोषित करके टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर का नया रिकार्ड बनाया था।

भारत का पिछला रिकार्ड सात विकेट पर 726 रन था जो उसने श्रीलंका के खिलाफ 2009 दिसंबर में ही मुंबई में बनाया था। भारत की जिस टीम ने सर्वोच्च स्कोर का रिकार्ड बनाया था उसमें वर्तमान टीम के चार खिलाड़ी कोहली, चेतेश्वर पुजारा, रविचंद्रन अश्विन और उमेश यादव शामिल थे। लेकिन वह करुण नायर की नाबाद 303 रन और केएल राहुल की 199 रन की पारी थी जिसके दम पर भारतीय टीम ने सर्वोच्च स्कोर का अपना नया रिकार्ड बनाया था। भारत ने वह मैच पारी और 75 रन से जीता था।

सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बात करें तो उन्होंने 19 दिसंबर 2010 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में अपने टेस्ट करियर का 50वां शतक लगाया था। उन्होंने नाबाद 111 रन की पारी खेली थी। हालांकि, टीम इंडिया उस मुकाबले में अफ्रीकी टीम के खिलाफ पारी और 25 रन से हार से गई थी। इसके बाद केपटाउन में खेले गए अगले टेस्ट में उन्होंने 146 रन ठोक दिए थे। यह उनके टेस्ट करियर का आखिरी शतक साबित हुआ था। उन्होंने भारत के लिए 200 टेस्ट खेले। टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक लगाए।