भारत के कप्तान विराट कोहली ने कोच रवि शास्त्री से इंग्लैंड दौरे के बाद मिली सलाह का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि मौजूदा कोच की एक सलाह ने उनके करियर को बदल दिया। कोहली ने 2014 में इंग्लैंड दौरे पर 10 पारियों में सिर्फ 134 रन बनाए थे। यह उनके करियर की सबसे खराब सीरीज रही थी। चार साल बाद जब वे दोबारा वहां गए तो बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने 5 टेस्ट की सीरीज में 539 रन बनाए। इस दौरान दो शतक और तीन अर्धशतक लगाया। उनका औसत 59.30 का था।

कोहली ने कहा कि 2014 मेरे करियर में मील का पत्थर साबित होगा। लोग अच्छे दौरों को अपने करियर का मील का पत्थर कहते हैं, लेकिन मेरे लिए 2014 मील का पत्थर होगा। कोहली ने बीसीसीआई टीवी के लिए ओपनर मयंक अग्रवाल के साथ बातचीत में कहा, ‘‘इंग्लैंड दौरे के बाद मुझे लगा कि चीजें बहुत जल्द खराब हो सकती हैं क्योंकि अगला बड़ा दौरा ऑस्ट्रेलिया का था। मुझे बैठकर अपनी सोच और खेल के बारे में दृष्टिकोण को बदलना पड़ा। मैं अधिक निडर होकर खेलने लगा।’’

शास्त्री से मिले सलाह के बारे में बात करते हुए विराट ने कहा, ‘‘यह 2014 इंग्लैंड दौरे के बाद की बात है। उन्होंने मुझे और शिखर धवन को अपने रूम में बुलाया। एक बल्ला भी मंगवाया। उन्हें खेल के बारे में इतनी गहरी समझ है। छोटी चीजें जो आप करते हैं वे एक बड़ा अंतर पैदा कर सकता है। इसे वे जानते हैं। उन्होंने भारत के लिए नीचले क्रम में बल्लेबाजी से लेकर ओपनिंग भी की है। कई देशों में शतक लगाए हैं और 40 से ज्यादा का औसत रहा है। खेल को लेकर उनकी समझ बहुत तेज है।’’ कोहली 2014 से 2015 तक टीम इंडिया के डायरेक्टर थे। इंग्लैंड दौरे के बाद कोहली ने ऑस्ट्रेलिया में जमकर रन बनाए थे। उन्होंने 692 रन बनाए थे।

कोहली ने शास्त्री के बारे में कहा, ‘‘उन्होंने (शास्त्री) ने मुझे एक चीज बताई, वो थी क्रीज के बाहर खड़े होने की। उन्होंने इसके पीछे के मानसिकता को भी बताया। आप जिस जगह खेल रहे हो, आपका उस पर नियंत्रण होना चाहिए और गेंदबाज को आपको आउट करने का मौका नहीं देना चाहिए। इसलिए मैंने उसी साल से इसका अभ्यास करना शुरू किया और इसके नतीजे अविश्वसनीय थे।’’ क्रिकेट विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि कोहली के कहने पर ही अनिल कुंबले के बाद रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच दो बार चुना गया।