टी20 वर्ल्ड कप को लेकर गुरुवार को हुई इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की बोर्ड मीटिंग में कोई फैसला नहीं हो पाया। अब आईसीसी इस मामले में 10 जून को फैसला करेगा। जैसी खबरें है कि टी20 वर्ल्ड कप 2020 को 2021 या 2022 में शिफ्ट किया जा सकता है। शायद यह भी एक बहुत बड़ा कारण रहा हो, इस मुद्दे पर फैसला नहीं आऩे का। खिलाड़ियों के रिकॉर्ड और पिछले दिनों खिलाड़ियों के बयानों पर गौर करें तो इसी नतीजे पर पहुंचते हैं कि विदेशी क्रिकेटर भी चाहते हैं कि इस साल टी20 वर्ल्ड कप की जगह आईपीएल को होना चाहिए।
रिकॉर्ड बताते हैं कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की भी पहली पसंद आईपीएल है। 2010 से अब तक टीम इंडिया ने 109 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इनमें से विराट ने 82 में हिस्सा लिया है। वहीं, विराट आईपीएल में 2008 से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) का हिस्सा हैं। आरसीबी ने 2008 से अब तक 181 मैच खेले हैं। इनमें से विराट 177 मैचों में टीम का हिस्सा रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अंतरराष्ट्रीय मैच से जितना रेवेन्यू (राजस्व) मिलता है, उससे दोगुना रेवेन्यू वह हर साल आईपीएल से हासिल कर लेता है। यह आंकड़े इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए खतरा हैं। यह कारण भविष्य में द्विपक्षीय सीरीज पर भी ग्रहण लगा सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने भी आईपीएल को टी20 वर्ल्ड कप से ज्यादा तरजीह दी है। उन्होंने कुछ दिन पहले फिर से कहा था कि टी20 वर्ल्ड कप 2020 रद्द होने की सूरत में आईपीएल कराना ही सबसे बेहतर विकल्प होगा। कमिंस आईपीएल में सबसे महंगे बिकने वाले विदेशी क्रिकेटर हैं। कोलकाता नाइटराइडर्स ने आईपीएल 2020 के लिए हुई नीलामी में उन्हें 15 करोड़ 50 लाख रुपए में खरीदा था।
पैट कमिंस को 2019 में सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के तहत क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से 4 करोड़ 17 लाख मिले। टेस्ट के नंबर-1 गेंदबाज ने 2019 में 7 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। इसके लिए उन्हें लगभग 8 लाख रुपए मिले। ऐसे में उन्हें कुल 4.25 करोड़ की राशि मिली। यदि आईपीएल से उनकी कमाई की बात करें तो आईपीएल 2020 के होने पर वह 14 से 17 मैचों में हिस्सा ले सकते हैं। इसका मतलब है हर मैच का औसतन करीब एक करोड़ रुपए मिलेगा।
बता दें कि इस साल टी20 वर्ल्ड ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना प्रस्तावित है। ऐसी अटकलें हैं कि कोरोना के कारण यह टूर्नामेंट 2022 तक टाला जा सकता है। बीसीसीआई उस विंडो का इस्तेमाल आईपीएल के आयोजन के लिए कर सकता है।