टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली का टेस्ट करियर 12 साल का हो गया है। कोहली ने 20 जून 2011 में अपना टेस्ट करियर शुरू किया था। विराट का टेस्ट डेब्यू भले ही अच्छा ना रहा हो, लेकिन आज कोहली टेस्ट क्रिकेट में वह मुकाम हासिल कर चुके हैं जहां उनका नाम इस फॉर्मेट के दिग्गज खिलाड़ियों के साथ लिया जाता है। यही नही विराट कोहली टेस्ट करियर के इन 12 सालों में सचिन तेंदुलकर के कई बड़े रिकॉर्ड्स ब्रेक कर चुके हैं।

कैसा था विराट कोहली का टेस्ट डेब्यू?

कोहली ने 20 जून 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। विराट का डेब्यू महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में हुआ था। विराट ने अपना डेब्यू मैच राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के साथ खेला था, लेकिन कोहली अपने डेब्यू मैच में कुछ खास नहीं कर पाए थे। कोहली ने इस मुकाबले में कुल 19 रन बनाए थे, जिसमें 4 पहली पारी में और 15 रन दूसरी पारी में बनाए थे। विराट को दोनों पारियों में फिडेल एडवर्ड्स ने अपना शिकार बनाया था। इस मैच में कोहली के अलावा अभिनव मुकुंद और प्रवीण कुमार का भी टेस्ट डेब्यू था।

वेस्टइंडीज सीरीज के बाद टीम से ड्रॉप हुए थे कोहली

विराट कोहली सिर्फ इस मैच ही फ्लॉप नहीं रहे थे बल्कि वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में कोहली का बल्ला नहीं चला था। उन्होंने पूरी सीरीज में सिर्फ 76 रन बनाए थे, जिसके बाद उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया था। इस सीरीज के बाद एमएस धोनी ने कोहली को खुद पर काम करने की सलाह दी थी और फिर कोहली ने इंग्लैंड टूर पर वापसी की थी, लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला था। कोहली को फिर से टेस्ट में मौका मिला ऑस्ट्रेलिया दौरे पर, जहां उन्होंने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया था। विराट कोहली ने डेब्यू के सात महीने बाद टेस्ट का पहला शतक जड़ा था।

12 साल बाद विराट कोहली के टेस्ट आंकड़े

इंटरनेशनल डेब्यू के 4 साल बाद विराट कोहली को टेस्ट डेब्यू का मौका मिला था। विराट को भले ही पहली सेंचुरी लगाने में 7 महीने लगे हों, लेकिन उसके बाद कोहली ने थमने का नाम नहीं लिया। 12 साल के करियर में विराट ने 109 टेस्ट मैच खेल लिए हैं, जिसमें 48.72 की औसत से उन्होंने 8479 रन बनाए हैं। विराट के टेस्ट में 28 शतक और 28 ही अर्द्धशतक हैं। 254 उनका सर्वोच्च स्कोर है।