भारतीय टीम ने नियमित टेस्ट कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी में जोहानिसबर्ग में पहली बार हारते हुए टेस्ट मैच गंवा दिया। भारत की इस मैदान पर पिछले 30 साल में 6 मैचों के बाद ये पहली हार थी। ये हार भारत को मिली पहली बार कप्तानी कर रहे केएल राहुल के नेतृत्व में। इसी को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कैप्टेंसी पर निशाना साधा है।
विनोद कांबली इन दिनों लगातार भारतीय क्रिकेट को लेकर बयानबाजियां करने नजर आ रहे हैं। हाल ही में उन्होंने भारतीय कोच के खिलाफ आवाज उठाते हुए सिर्फ पैसा कमाने और कर्तव्य भूलने का आरोप लगाया था। अब उन्होंने जोहानिसबर्ग में भारत की हार के बाद बिना नाम लिए अप्रत्यक्ष तौर पर कैप्टेंसी पर निशाना साधा है।
कांबली ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि,’टीम इंडिया ने विराट कोहली की कप्तानी में 200 रन डिफेंड करते हुए कभी कोई टेस्ट मैच नहीं हारा। इसलिए ये कप्तान खास है जिसकी कदर नहीं की गई। साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस मुकाबले ने काफी कुछ साफ किया है।’
अपने इस बयान के साथ उन्होंने पिछले कुछ महीनों से जल रही कप्तानी विवाद की आग में घी भी डाल दिया है। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा है कि इस कप्तान की कदर नहीं की गई। इससे मतलब साफ है कि वे जोहानिसबर्ग में टीम इंडिया की हार के बाद कप्तानी पर तो सवाल उठा ही रहे हैं, साथ ही कोहली को कप्तानी से हटाए जाने फैसले पर भी अपनी राय दे रहे हैं।

गौरतलब है कि जोहानिसबर्ग टेस्ट में विराट कोहली पीठ में कुछ समस्या के चलते बाहर रहे। उनकी और रोहित शर्मा दोनों की गैरमौजूदगी में केएल राहुल को कप्तानी सौंपी गई। परिणामस्वरूप भारतीय टीम उस लय में नहीं दिखी जो सेंचुरियन में देखने को मिली थी। तीन मैचों की सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर आ गई है।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका दौरे के टीम चयन के दौरान विराट कोहली से वनडे की कप्तानी छीनकर रोहित शर्मा को व्हाइट बॉल क्रिकेट का नियमित कप्तान बनाया गया था। जिसको लेकर उन्होंने कहा था कि उनसे किसी ने भी कुछ नहीं पूछा साथ ही ये भी कहा था कि टी20 कप्तानी छोड़ने के उनके फैसले के बाद किसी ने उनसे बातचीत नहीं की थी।
जबकि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि उन्होंने खुद विराट को कप्तानी छोड़ने के लिए मना किया था। लेकिन वर्कलोड के चलते उन्होंने ये फैसला लिया। इसके बाद एक ही फॉर्मेट में दो अलग-अलग कप्तानों का हवाला देते हुए उनसे वनडे कप्तानी लेकर रोहित को सौंपी गई थी। रोहित शर्मा को टेस्ट में भी उपकप्तान बनाया गया था।