एशियाई खेलों और कॉमनवेल्थ गेम्स दोनों में स्वर्ण पदक जीतने वाली देश की पहली महिला पहलवान विनेश फोगाट को लगता है कि उन्हें पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने से रोकने के लिए साजिश रची जा रही है। विनेश फोगाट का आरोप है कि यह साजिश रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के मौजूदा अध्यक्ष संजय सिंह और पूर्व अध्यक्ष तथा भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह की ओर से रची जा रही है। हालांकि, डब्ल्यूएफआई ने विनेश फोगाट के इस आरोप का जोरदार खंडन किया। उसने दावा किया कि विनेश ने समय सीमा खत्म होने के बाद आवेदन किया।
भाजपा ने कैसरगंज सीट के लिए नहीं किया अब तक प्रत्याशी का ऐलान
विनेश फोगाट ने यह आशंका ऐसे समय जाहिर की है, जब देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और भाजपा कैसरगंज से किसे लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी बनाएगी, इस पर अब तक फैसला नहीं ले पाई है। कैसरगंज सीट वर्तमान में भाजपा के पास ही है। साल 2019 में इस सीट से बृजभूषण शरण सिंह भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गए थे।
विनेश फोगाट ने माइक्रो ब्लागिंग साइट X पर 12 अप्रैल 2024 को एक पोस्ट शेयर की। विनेश फोगाट ने अपनी पोस्ट में लिखा, 19 अप्रैल से एशियन ओलंपिक क्वालिफाई टूर्नामेंट शुरू होने जा रहा है। मेरे द्वारा लगातार एक महीने से भारत सरकार (SAI, TOPS) सभी से मेरे कोच और फिजियो की ACCREDITATION (एकक्रेडीटेशन/मान्यता) के लिए मांग की जा रही है।
कोच और फिजियो को कम्पटीशन ARENA में चाहती हैं विनेश
उन्होंने लिखा, ACCREDITATION के बिना मेरे कोच और फिजियो का मेरे साथ कम्पटीशन ARENA में जाना संभव नहीं है। लेकिन बार-बार रिक्वेस्ट करने पर भी कहीं से भी कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा है। कोई भी मदद करने को तैयार नहीं है। क्या हमेशा ऐसे ही खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खेला जाता रहेगा। बृजभूषण और उसके द्वारा बैठाया गया ‘डमी’ संजय सिंह हर तरीके से प्रयास कर रहे हैं कि कैसे मुझे ओलंपिक्स में खेलने से रोका जा सके।
पानी में कुछ मिलाया जा सकता है: विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने आशंका जताते हुए लिखा, जो टीम के साथ कोच लगाए गए हैं वे सभी बृजभूषण और उसकी टीम के चहेते हैं, तो इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि वे मेरे मैच के दौरान मुझे मेरे पानी में कुछ मिला के ना पीला दे?? अगर मैं ऐसा कहूं कि मुझे डोप में फंसाने की साजिश हो सकती है तो गलत नहीं होगा। हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही।
सेक्सुअल हैरेसमेंट के खिलाफ आवाज उठाने का यह सिला मिल रहा: विनेश फोगाट
विनेश ने लिखा, इतने महत्वपूर्ण कम्पटीशन (प्रतियोगिता) से पहले ऐसे हमारे साथ मानसिक टॉर्चर कहां तक जायज है। क्या अब देश के लिए खेलने जाने से पहले भी हमारे साथ राजनीति ही होगी, क्योंकि हमने सेक्सुअल हैरेसमेंट (यौन उत्पीड़न) के खिलाफ आवाज उठायी?? क्या हमारे देश में गलत के खिलाफ आवाज उठाने की यही सजा है? उम्मीद करती हूं हमें देश के लिए खेलने जाने से पहले तो न्याय मिलेगा। जय हिंद।
विनेश फोगाट ने अपनी पोस्ट को केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर @ianuragthakur, खेल एवं युवा मामले मंत्रालय @IndiaSports और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया @Media_SAI को टैग भी किया। बता दें कि विनेश फोगाट ने यह पोस्ट ऐसे समय की है जब देश में लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए होने वाले मतदान में एक सप्ताह का ही समय शेष है।
क्या बोला रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया
समाचार एजेंसी पीटीआई ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के हवाले से लिखा, ‘विनेश फोगाट का अनुरोध मेल (उनके कोच और फिजियो की मान्यता के लिए) 18 मार्च को आया था, लेकिन तब तक उसने खिलाड़ियों, कोचेस और मेडिकल स्टाफ की प्रविष्टियां पंजीकरण के रूप में विश्व शासी निकाय यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग) को भेज दी थीं। डेडलाइन 11 मार्च थी। डब्ल्यूएफआई के एक पदाधिकारी ने बताया कि यूडब्ल्यूडब्ल्यू के अनुरोध पर समय सीमा में थोड़ी ढील देने के बाद महासंघ ने 15 मार्च के आसपास प्रविष्टियां भेजीं क्योंकि ट्रायल समय सीमा के आखिरी दिन ही पूरे हुए थे।’
19 अप्रैल को है देश में पहले चरण के लिए मतदान
पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को देश के 21 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों के लिए मतदान होना है। इसमें उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटें (रामपुर, सहारनपुर, पीलीभीत, नगीना, बिजनौर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर और कैराना) भी शामिल हैं। यूपी की 80 लोकसभा सीट पर 7 चरणों में चुनाव होना है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश की 2 (कैसरगंज और रायबरेली) लोकसभा क्षेत्रों को छोड़कर अपने हिस्से में आई अन्य सभी सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है।
बताया जा रहा है कि महिला पहलवानों से जुड़ा विवाद होने के कारण इस बार भाजपा ने कैसरगंज सीट को लेकर अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भाजपा कैसरगंज से बृजभूषष शरण सिंह के बेटे या उनकी पत्नी को टिकट देने को तैयार थी, लेकिन रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष के चुनाव लड़ने पर अड़ने के कारण किसी का नाम तय नहीं हो पाया है।