पंजाब पुलिस ने एक फर्जी क्रिकेट टूर्नामेंट का भंडाफोड़ किया है। हाल ही में श्रीलंका में Uva T20 league नाम से एक टूर्नामेंट का आयोजन हुआ जिसे दो मैच के बाद ही रोक दिया गया। पहले कहा जा रहा था कि यह श्रीलंका के बादुला में खेला जा रहा है, लेकिन पंजाब पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक यह मोहाली के करीब स्वरा गांव में खेला जा रहा था। पुलिस ने इस फर्जीवाड़े को उजागर करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है। इस टूर्नामेंट का प्रसारण youtube, fancode app और facebook पर भी किया जा रहा था।

आश्चर्य की बात ये है कि श्रीलंका के नाम पर शुरू हुए इस टूर्नामेंट में एक भी लंकाई खिलाड़ी नहीं केल रहा था। इसमें सिर्फ पंजाब के अनजान खिलाड़ी मास्क लगाकर, रंगीन टीशर्ट पहनकर और नंबर लिखे हुए जर्सी पहनकर खेल रहे थे। Uva क्रिकेट एसोसिएशन ने हमारे सहयोगी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उनकी ओर से ऐसा कोई भी टूर्नामेंट नहीं हो रहा था। इसमें तिलकरत्ने दिलशान, परवेज महरूफ और अजंथा मेंडिंस जैसे खिलाड़ियों के हिस्सा लेने की भी खबर थी। महरूफ ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की खबरों का खंडन किया।

FanCode ने टूर्नामेंट को लाइव दिखाया था। इसकी पेरेंट कंपनी ड्रीम स्पोर्ट्स ही ड्रीम इलेवन भी चलाती है। Dream 11 एक फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म है। वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का स्पांसर भी है। लाइव देख रहे लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए कैमरा एंगल बेसिक रखा गया था। दो साइटस्क्रीन की तरफ ही कैमरा था। सिर्फ थर्डमैन की ओर लगने वाले शॉट को ही दिखाया जाता था। किसी भी खिलाड़ी के चेहरे को नहीं दिखाया गया। कैमरा कभी-कभी ही जूम होता था।

FanCode ने कहा है कि वे जांच में पूरी तरह सहयोग करेंगे। दूसरी ओर, बीसीसीआई के एंटी-करप्शन के प्रमुख अजीत सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘‘पुलिस को इस लीग के आयोजनकर्ता और अन्य पहलओं को लेकर जांच करनी चाहिए। अगर यह सट्टेबाजी के लिए आयोजित हुआ था तो अपराध है। बोर्ड इसके खिलाफ है।’’ गुरुवार यानी 2 जुलाई की रात को पुलिस ने दो लोगों को धोखाधड़ी और गैंबलिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया। मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह चहल ने गिरफ्तारियों की पुष्टि की है।