भारतीय हॉकी स्टार रानी रामपाल के नाम पर रायबरेली में स्टेडियम बनाया गया है। वह यह सम्मान पाने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गईं हैं। एमसीएफ रायबरेली का नाम अब ‘रानीस गर्ल्स हॉकी टर्फ’ रखा गया है । रानी ने सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें साझा की हैं। तस्वीरों में रानी रामपाल को खिलाड़ियों से बात करते और स्टेडियम का उद्घाटन करते देखा जा सकता है।

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रानी रामपाल ने ट्वीट किया, ‘अपनी खुशी को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। एमसीएफ रायबरेली हॉकी स्टेडियम का नाम खेल में मेरे योगदान को देखते हुए ‘रानीस गर्ल्स हॉकी टर्फ’ रखा गया है।’ उन्होंने लिखा, ‘मेरे लिए यह भावुक और गर्व करने वाला पल है। अपने नाम पर हॉकी स्टेडियम वाली मैं पहली महिला हॉकी खिलाड़ी हूं। मैं इसे भारतीय महिला हॉकी टीम को समर्पित करती हूं और उम्मीद करती हूं कि यह अगली पीढ़ी को प्रेरित करेगा।’

रानी रामपाल ने इस साल की शुरुआत में भारतीय टीम में वापसी की। इससे पहल उन्होंने 2021-22 में एफआईएच प्रो लीग खेला था, जिसमें उन्होंने 250 अंतरराष्ट्रीय मैच पूरे किए। टोक्यो ओलंपिक के बाद से चोटों से जूझ रहीं रानी रामपाल विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों की टीम का हिस्सा नहीं बन पाईं थीं।

रानी रामपाल ने महज 15 साल की उम्र में ही खेल लिया था हॉकी विश्व कप

हरियाणा के शाहबाद मरकंडा में 4 दिसंबर 1994 को जन्मीं रानी रामपाल ने महज 15 साल की उम्र में 2010 विश्व कप में हिस्सा लिया था। रानी रामपाल 2009 से अब तक 254 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुकी हैं। इसमें उन्होंने 134 गोल किए हैं। साल 2020 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था। वह 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में रजत पदक पाने वाली और 2014 इंच्यिोन एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा भी थीं।