भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पिछले 5 वर्षों में आयकर विभाग (Income Tax Department) को करीब 4300 करोड़ रुपये इनकम टैक्स (Income Tax) का भुगतान किया है। आम धारणा है कि बीसीसीआई को कर में छूट दी जाती है। इसके विपरीत बीसीसीआई ने लगातार अपने आयकर दायित्वों को पूरा किया है।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने एक सवाल के लिखित जवाब में मंगलवार 8 अगस्त 2023 को राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीसीसीआई ने पिछले 5 वर्षों में आयकर में कुल 4,298.12 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। बीसीसीआई ने वित्त वर्ष 2021-22 में 1,159 करोड़ रुपये के आयकर का भुगतान किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 37 फीसदी अधिक है।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने पिछले पांच वर्षों में दाखिल रिटर्न के आधार पर बीसीसीआई द्वारा दिए गए आयकर और उसकी आय एवं व्यय का विवरण पेश किया। आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में, बीसीसीआई ने आयकर के तौर पर 844.92 करोड़ रुपये का भुगतान किया जो 2019-20 में दिए गए 882.29 करोड़ रुपये के आयकर से कम है।

2020-21 में BCCI की 4735 करोड़ आय थी

बीसीसीआई (BCCI) ने वित्त वर्ष 2018-19 में आयकर के रूप में 815.08 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जबकि 2017-18 में उसने 596.63 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। बीसीसीआई ने वित्त वर्ष 2021-22 में 7,606 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जबकि उसका खर्च करीब 3,064 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2020-21 में उसकी आय 4,735 करोड़ रुपये थी और व्यय 3,080 करोड़ रुपये था।

राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई ने पूछे थे ये 3 सवाल

  • क्या सरकार को पता है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) विश्व स्तर पर दूसरी सबसे अमीर खेल संस्था है, और यदि हां, तो क्या पिछले पांच वर्षों में बीसीसीआई की आय और व्यय का विवरण दिया जा सकता है?
  • क्या बीसीसीआई ने पिछले 5 वर्षों के दौरान कोई आयकर भुगतान किया है, और यदि हां, तो क्या विवरण स्पष्ट किया जा सकता है?
  • यदि नहीं, तो क्या इसके पीछे के कारण बताए जा सकते हैं?

अनिल देसाई के सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय राज्य मंत्री ने यह भी कहा है कि सरकार वैश्विक स्तर पर खेल निकायों से संबंधित आंकड़े नहीं रखती है।