पाकिस्तान के बल्लेबाज उमर अकमल बैन होने के बाद कठिन समय को याद करते हुए भावुक हो गए उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने उन पर एंटी करप्शन कोड तोड़ने के आरोप में बैन लगाया था। उन्होंने कहा कि दुश्मनों को भी वैसे दिन न देखने पड़े। एक समय उनकी हालत इतनी खराब थी कि उनके पास बेटी का फीस भरने और बर्गर खिलाने तक के पैसे नहीं थे।

33 वर्षीय क्रिकेटर उमर अकमल ने आखिरी बार 2019 में एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। वह टीम में वापसी की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी कड़ी मेहनत से एक बार फिर पाकिस्तान के लिए खेलेंगे। अकमल को पीसीबी ने 2020 में एंटी करप्शन कोड का उल्लंघन करने के आरोप में निलंबित कर दिया था। उन पर तीन साल का प्रतिबंध लगाया गया था। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता न्यायालय में अपील दायर की, जिसके बाद उनकी सजा घटाकर 12 महीने कर दी गई।

उमर अकमल ने क्या कहा?

उमर अकमल ने इंटरव्यू में कहा, “किसी को भी, यहां तक कि मेरे दुश्मनों को भी वैसे समय का सामना न करना पड़े, जो मैंने किया। अल्लाह इंसान को कुछ देकर या लेकर परीक्षा लेता है। हालांकि, जब मैं बुरे दौर से गुजर रहा था, तब बहुत से लोगों ने अपना असली रंग दिखाया और मेरा साथ छोड़ दिया, लेकिन मैं उन लोगों का आभारी हूं जो अभी भी मेरे साथ खड़े हैं।”

बेटी को आठ महीने तक स्कूल नहीं भेज सका

उमर अकमल ने चुनौतियों को याद करते हुए कहा कि एक समय था जब उनके पास अपनी बेटी को बर्गर खिलाने या उसकी स्कूल की फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं थे। उन्होंने कहा, “मैं अपनी बेटी को आठ महीने तक स्कूल नहीं भेज सका और इन कठिन दिनों में मेरी पत्नी ने मेरा साथ दिया।” उन्होंने कहा कि इन दिनों को याद करके वह भावुक हो जाते हैं।

पत्नी को लेकर क्या बोले उमर

उमर अकमल ने अपनी पत्नी की सराहना करते हुए कहा कि उनके साथ खड़ा होने के लिए वह उन्हें जितना धन्यवाद दें वह कम है। उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी सोने का चम्मच लेकर पैदा हुई थी, लेकिन उसने मुझसे कहा कि चाहे स्थिति कितनी भी खराब क्यों न हो जाए वह हमेशा मेरा साथ देगी और इसके लिए मैं उसका आभारी हूं।”