करीब तीन हफ्ते पहले खबर आई थी कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 में 8 की जगह 10 टीमें हिस्सा ले सकती हैं। हालांकि, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट की मानें तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला। आईपीएल 2021 में 10 नहीं आठ टीमें ही हिस्सा लेंगी। वेबसाइट ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है। सूत्रों का कहना है कि इस सीजन समयाभाव के कारण नई टीमों को जोड़ना संभव नहीं है।
सूत्र के मुताबिक, अब मुश्किल से साढ़े तीन महीने बचे हैं। इसी वजह से आईपीएल 2021 के लिए एक या दो टीमों को जोड़ने का निर्णय जल्दबाजी माना जा रहा है। बोर्ड इस निष्कर्ष पर पहुंचने की कोशिश कर रहा है कि 2022 के सीजन में नई फ्रेंचाइजी को आईपीएल के ईकोसिस्टम में कदम रखना चाहिए। हालांकि, इस फैसले पर अंतिम मुहर बीसीसीआई की 24 दिसंबर को होने वाली सालाना वार्षिक बैठक (एजीएम) में ही लगेगी। अहमदाबाद में होने वाली इस बैठक में बीसीसीआई के सभी पदाधिकारी जुड़ेंगे। बैठक में आईपीएल 2022 से जुड़े सभी अहम मुद्दे पर चर्चा होगी।
बता दें कि कोरोनावायरस के कारण आईपीएल 2020 का आयोजन अपने तय समय से करीब 6 महीने बाद हुआ। आईपीएल 2021 मार्च के आखिर में शुरू होना है। आईपीएल 2020 नवंबर में खत्म हुआ था। ऐसे में खिलाड़ियों की नीलामी और नई टीमों को लेकर बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है।
सूत्रों ने बताया, ‘एजीएम के एजेंडे में दो नई फ्रैंचाइजीस को जोड़ने का मुद्दा शामिल है। बीसीसीआई की एजीएम के डेवलमपेंट से जुड़े लोगों ने बताया, ‘बीसीसीआई फरवरी, मार्च या अप्रैल (जब भी उन्हें लगता है कि सही समय है) में बोली लगाने के लिए बुला सकता है। स्टेकहोल्डर्स का कहना है कि नई फ्रेंचाइजियों को जोड़ने से 2021 सीजन के लिए मूल्य भी बढ़ जाएगा। यह भी विचार का एक बिंदु है।’
हालांकि, सूत्रों ने यह भी कहा, ‘सौ बात की एक बात यह है कि यह बीसीसीआई है। फैसला लिया जाता है, अचानक बिना झिझके पलट दिया जाता है। हम अभी जो चर्चा कर रहे हैं वह एक उचित कदम है, जो बाद में फायदेमंद होगा। लेकिन जब तक कोई फैसला नहीं हो जाता तब तक, हमें दिमाग पर ज्यादा जोर नहीं देना चाहिए।’