ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान टिम पेन ने शुक्रवार को तस्मानिया के क्वींसलैंड के खिलाफ शेफील्ड शील्ड प्रथम श्रेणी मैच के समाप्त होने के बाद संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने कंगारू टीम की कमान काफी मुश्किल समय में संभाली थी और विवाद के कारण टीम से बाहर हुए थे। विकेटकीपर बल्लेबाज पेन ने आस्ट्रेलिया की तरफ से कुल 35 टेस्ट मैच खेले जिनमें से 2018 से लेकर 2021 तक 23 टेस्ट मैचों में उन्होंने कप्तानी की।

दक्षिण अफ्रीका में 2018 में गेंद से छेड़छाड़ के मामले में फंसने के बाद स्टीव स्मिथ से कप्तानी छीन ली गई थी, जिसके बाद पेन ऑस्ट्रेलिया के 46वें टेस्ट कप्तान बने थे। पेन ने 2021 में तब टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी जब पता चला था कि उन्होंने क्रिकेट तस्मानिया की एक पूर्व कर्मचारी को आपत्तिजनक संदेश भेजे थे। इसके बाद वह कंगारू टीम से बाहर हो गए। पैट कमिंस को कप्तान बना दिया गया।

टिम पेन का करियर

पेन ने 2010 में पाकिस्तान के खिलाफ लॉर्ड्स में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने टेस्ट मैचों में 32.63 की औसत से रन बनाए और उनका उच्चतम स्कोर 92 रन रहा। इसके अलावा विकेटकीपर के रूप में उन्होंने 157 कैच और स्टंप आउट किए। उन्होंने आस्ट्रेलिया की तरफ से 35 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले।

18 वर्षों तक तस्मानिया का प्रतिनिधित्व किया

होबार्ट में जन्में टिम पेन ने 2005 में पदार्पण करने के बाद 18 वर्षों तक तस्मानिया का प्रतिनिधित्व किया और 153 प्रथम श्रेणी मैच खेले। तस्मानिया के कप्तान जॉर्डन सिल्क ने टिम पेन को लेकर कहा, “वह एक अभूतपूर्व खिलाड़ी रहे हैं, अविश्वसनीय प्रदर्शन से उनका करियर लंबा रहा है। मुझे यकिन बहुत से लोग यह बात मानेंगे कि ऑस्ट्रेलिया में टिम पेन जैसा अच्छा कीपर कभी नहीं हुआ।”